शिमला। खाद्य नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले मंत्री राजिन्द्र गर्ग ने विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक की।
बैठक में उन्होंने प्रदेश में खाद्य वस्तुओं की उपलब्धता और प्रधामन्त्री गरीब कल्याण अन्न योजना के अन्तर्गत खाद्यान्नों की आपूर्ति एवं वितरण तथा खुले बाजार में दालों, तेल तथा सब्जियों के मूल्यों की समीक्षा की।
राजिन्द्र गर्ग ने कहा कि अधिकांश उचित मूल्य की दुकानों में प्रधानमन्त्री गरीब कल्याण अन्न योजना के अन्तर्गत गंदम व चावल उपलब्ध करवा दिए गए हैं तथा शेष उचित मूल्य की दुकानों में 20 मई, 2021 तक उपलब्ध करवा दिए जाएंगे।
उन्होंने कहा कि अब तक 5021 मी टन चावल व 7740 मी टन गंदम की आपूर्ति उचित मूल्य की दुकानों को की जा चुकी है तथा 30 प्रतिशत से अधिक उपभोक्ता खाद्यान्न प्राप्त भी कर चुके हैं।
खाद्य एवं आपूर्ति मंत्री ने कहा कि उपभोक्ताओं को सभी खाद्य वस्तुएं सही मूल्य पर प्राप्त हों इसके लिए जिला नियन्त्रकों द्वारा लगातार निरीक्षण किए जा रहे हैं।
अप्रैल व मई में जिला उना में 259 निरीक्षण, बिलासपुर में 193, चम्बा में 152, हमीरपुर में 298, कांगडा में 932, किन्नौर में 115, कुल्लू में 147, लाहौल स्पीति में 42, मण्डी में 560, शिमला में 460, सिरमौर में 487 और सोलन में 262 निरीक्षण किए गए हैं।
उन्होंने कहा कि कुल 3907 निरीक्षण किए जा चुके हैं, जिनमें से 308 व्यापारी नियमों का उल्लंघन करते पाए गए, उनके खिलाफ विभागीय कार्यवाही अमल में लाई गई तथा 285 किलोग्राम दालें, 43 किलोग्राम खाद्यान्न व 106 किलोग्राम मीट व चिकन, 100 किलोग्राम चीनी तथा 3 किलोग्राम पनीर जब्त किया गया है।
राजिन्द्र गर्ग ने अधिकारियों को खुले बाजार में वितरित किए जा रहे खाद्यान्नों, दालों व तेल के मूल्य पर कड़ी नजर रखने के निर्देश दिए। उन्होेंने कहा कि जो भी व्यापारी अधिक लाभांश वसूलता पाया जाए उसके खिलाफ सख्त कार्यवाही की जाए।
उन्होने कहा कि उचित मूल्य की सभी दुकानों में बायोमिट्रिक मोड एवं आधार ओटीपी के माध्यम से खाद्यान्न उपलब्ध करवाए जा रहे हैं। इस वर्ष मई माह में अब तक 76 प्रतिशत खाद्यान्न बायोमिट्रिक एवं आधार ओ.टी.पी. से उपभोक्ताओं को उपलब्ध करवाए गए हैं।
उन्होंने जिला नियन्त्रकों को उचित मूल्य की दुकानों में खाद्यान्न बायोमिट्रिक मोड या आधार ओटीपी के माध्यम से ही वितरित करने के निर्देश दिए, क्योंकि हाथ धोने तथा पी.ओ.एस. मशीन सैनेटाईज करने के पश्चात अंगूठा लगाने में कोई खतरा नहीं है, फिर भी जो लोग बायोमिट्रिक माध्यम अपनाने में गुरेज कर रहे हैं उन्हें आधार ओटीपी से खाद्यान्न वितरित किए जाएं।
राजिन्द्र गर्ग ने कहा कि जो उचित मूल्य दुकानधारक जानबूझ कर बायोमिट्रिक या आधार ओटीपी से खाद्यान्न वितरित करने में आनाकानी कर रहे हैं, उनके खिलाफ कार्यवाही सुनिश्चित की जाए।
उन्होंने विभाग को नकदी रहित व्यवस्था को उचित मूल्य की दुकानों में एक सप्ताह के भीतर आरम्भ करने के निर्देश दिए ताकि नकदी के लेनदेन के समय संक्रमण से खतरे से बचा जा सके।