पंडित जवाहर लाल नेहरू राजकीय चिकित्सा महाविद्यालय चम्बा में आक्सीजन प्लांट कार्यशील

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शिमला। स्वास्थ्य विभाग के एक प्रवक्ता ने कहा कि जिला चंबा के पंडित जवाहर लाल नेहरू राजकीय चिकित्सा महाविद्यालय चम्बा में 400 लीटर प्रति मिनट की क्षमता वाला आक्सीजन पीएसए प्लांट कार्यशील हो गया है। यह पीएसए प्लांट अस्पताल में भर्ती कोरोना मरीजों की आक्सीजन की आवश्यकता को पूरा करेगा।

उन्होंने कहा कि राज्य में आज तक 1612370 कोरोना परीक्षण किए गए है, जिनमें से 1474710 परीक्षण नेगेटिव पाए गए हैं, जबकि 124854 लोग कोरोना पाॅजिटिव पाए गए हैं। उन्होंने कहा कि 94290 लोग कोरोना महामारी से स्वस्थ्य हो चुके हैं। राज्य में वर्तमान में 28723 सक्रिय मामले हैं।

प्रवक्ता ने कहा कि कोरोना महामारी के खिलाफ लड़ाई में टीकाकरण ही प्रभावी हथियार है। प्रथम चरण में राष्ट्रीय स्तर पर कोविड टीकाकरण 16 जनवरी को शुरू किया गया था। जिसमें स्वास्थ्य देखभाल कार्यकर्ता और अग्रिम पंक्ति कार्यकर्ताओं की सुरक्षा पर ध्यान केंद्रित किया गया था।

टीकाकरण के दूसरे चरण को एक मार्च और एक अप्रैल को शुरू किया गया था, जिसमें 45 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के लोगों की सुरक्षा पर ध्यान केद्रित किया गया था।

उन्होंने कहा कि अब हम टीकाकरण के तीसरे चरण की शुरूआत करेंगे, जिसमें 18 से 44 वर्ष के आयु वर्ग के लोगों को शामिल किया गया है।

उन्होंने कहा कि पात्र व्यक्ति किसी भी पहचान पत्र जैसे आधार कार्ड, वोटर आई कार्ड, पासपोर्ट, ड्राईविंग लाईसेंस, पैन कार्ड, स्मार्ट कार्ड या पेंशन दस्तावेज जिस पर फोटो लगा हो के आधार पर कोविन पोर्टल पर अपना पंजीकरण कर सकता है।

यह देखा गया है कि बहुत से पात्र लाभार्थी जैसे घुमंत साधु संत, जेलों में बंद कैदी, मानसिक स्वास्थ्य संस्थानों में रखे गए लोग, वृद्व आश्रम में रहने वाले लोग, भिखारी, विभिन्न शिविरों में रहने वाले लोग, जिनकी आयु 18 वर्ष या इससे अधिक है और उनके पास निर्धारित व्यक्तिगत पहचान पत्रों में कोई नहीं है इस स्थिति में अब यह निर्णय लिया गया है कि जिला टास्क फोर्स संबंधित जिलों में ऐसे समूहों की पहचान कर सकते हैं, जिनके पास कोई व्यक्तिगत फोटो पहचान पत्र नहीं है।

जिसके लिए की-फैसिलिटेटर चिन्हिति किया जाएगा जिसके पास एक वैध और एक्टिव माबाईल फोन होना चाहिए और निधारित अनिवार्य पहचान पत्रों में से एक पहचान पत्र होना आवश्यक है।

यह सार्वजनिक व निजी संस्थानों के अधिकारी हो सकते है, जो आम तौर पर पहचान किए गए समूहों में लोगों की देखभाल और सेवाएं प्रदान करते है जैसे कि जेल में बंद कैदियों के लिए जेल अधिकारी, कार्यकारी अधिकारी और वृद्ध आश्रमों के अधिकारी आदि।

राज्य सरकार के प्रवक्ता ने कहा कि प्रदेश में अब तक कोरोना टीकाकरण की 19.8 लाख से अधिक खुराकें दी जा चुकी हैं। उन्होंने कहा कि टीकाकरण करवाने वाले लोगों का पोर्टल पर डाटा भरने में कुछ गलतियां पाई गई हैं।

इसलिए सभी कोविड टीकाकरण केन्द्रों को निर्देश दिए हैं कि कोविन पोर्टल में आनलाइन पंजीकरण करवाने वाले लाभार्थियों की टीकाकरण संबंधी जानकारी भरते समय चार अंकों का सिक्योरिटी कोड भी भरा जाए। इस प्रक्रिया द्वारा कम से कम गलतियां होने की संभावना है।

इसके अतिरिक्त जिलों को निर्देश दिए गए हैं कि यदि जांच करने पर यह पाया जाता है कि टीकाकरण के लिए पंजीकरण करवाने वाले व्यक्ति के स्थान पर किसी अन्य व्यक्ति को जानबूझकर फायदा पहुंचाने के लिए गलत डाटा रिकाॅर्ड किया गया है, तो ऐसे व्यक्तियों के खिलाफ कारवाई की जाए।

प्रदेश सरकार कोविड की मौजूदा स्थिति से निपटने के लिए विभिन्न क्षेत्रों से उपलब्ध स्रोतों का उपयोग कर रही है। इसके लिए अन्तरराष्ट्रीय सहायता भी मिल रही है।

उन्होंने कहा कि प्रदेश के कोविड भण्डार को संयुक्त राज्य अमेरिका से 80 हजार एन-95 मास्क, इंग्लैंड से 36 आक्सीजन कंसन्ट्रेटर, ताइवान से 185 सिलेंडर, कुवैत से 188 चिकित्सा आक्सीजन सिलेंडर और 107 कम भार वाले एल्युमिनियन आक्सीजन सिलेंडर प्राप्त हुए हैं।

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