हमीरपुर। प्रदेश में हाल-बेहाल हो चुकी स्वास्थ्य सेवाओं के कारण आम नागरिक का जीवन जोखिम में है। सरकार स्वास्थ्य जैसी मूलभूत सुविधा देने में बुरी तरह नाकामयाब हुई है। यह बात राज्य कांग्रेस उपाध्यक्ष व सुजानपुर विधायक राजेंद्र राणा ने कही।
उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग के बजट का एक बड़ा हिस्सा भ्रष्टाचार का शिकार होकर रह गया है। विभाग में अफसरशाही व दलाल माफिया का बोलबाला है। मेडिकल कालेजों से लेकर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों तक में स्वास्थ्य सुविधाओं का आकाल पड़ा हुआ है।
ऐसे में आम गरीब मरीज की जान आफत में है क्योंकि साधन संपन्न लोग तो प्राइवेट अस्पतालों में अपना ईलाज करवा लेते हैं लेकिन ऐसे में आम गरीब मरीज कहां जाए और कैसे अपना ईलाज करवाए, यह बड़ा सवाल प्रदेश की जनता के सामने पेश आ रहा है।
राणा ने कहा कि हमीरपुर मेडिकल कालेज भी अपने कुप्रबंधन के चलते आए दिन सुर्खियों में है। बीते दिनों आरके एम मेडिकल कालेज हमीरपुर में एक महिला मरीज की आबरू को तारतार किया गया है।
इस गुनाह का कथित आरोप मेडिकल कालेज में ही तैनात एक डाक्टर पर लगा है लेकिन हैरानी यह है कि बेलगाम व बेखौफ व्यवस्था ने इस मामले की जांच करने के बजाए उसे दबाने और छिपाने का प्रयास किया है।
मेडिकल कालेज का प्रबंधन ऑफिशिएटिंग प्रिंसिपल के हवाले है जहां अराजकता का आलम यह है कि वहां अधिकांश गंभीर ईलाजों का उपचार करने वाली मशीनें महीनों से खराब पड़ी हैं।
डाक्टर अपनी सीटों पर मिलते नहीं हैं, गायनी विभाग जहां महिला मरीजों की भरमार रहती है, मेडिकल कालेज के बावजूद इस विभाग में डाक्टरों का टोटा है जिस कारण से गर्भवती महिलाएं घंटों परेशान होती रहती हैं।