शिमला/ कांगड़ा। लाॅकडाउन के दौरान महिलाओं को पेश आने वाली किसी भी तरह की समस्या के निदान के लिए कांगड़ा जिला के पालमपुर उपमंडल में प्रशासन ने अनूठी पहल की है।
जिला प्रशासन की पहल पर यहां महिला सुविधा केंद्र नाम से आरंभ की गई महिला हेल्पलाइन बहुत कारगर साबित हुई है। खास बात यह भी है कि महिला समस्याओं पर केंद्रित इस हेल्पलाइन का संचालन भी महिलाओं द्वारा ही किया जा रहा है।
इस हेल्पलाइन के बहुत सार्थक परिणाम सामने आए हैं और यह हेल्पलाइन महिलाओं को जागरूक करने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है।
लाॅकडाउन और कफ्र्यू में महिलाओं की सहायता के लिये महिला सुविधा सेवा केंद्र के नाम से आरंभ की गई महिला हेल्पलाइन का नंबर 7649986000 है। एक ही काल पर यहां से न केवल तुरंत प्रतिक्रिया की जाती है, बल्कि महिलाओं की समस्याओं का निदान भी सुनिश्चित किया जाता है।
पूरी तरह से महिला समस्यायों पर केंद्रित और महिलाओं द्वारा ही संचालित महिला सुविधा सेवा केंद्र हेल्पलाइन की नोडल अधिकारी नायब तहसीलदार किरण चौहान हैं।
इनकी टीम में नेताजी सुभाष नर्सिंग काॅलेज से शिवानी और दीपिका महिलाओं की सहायता के लिये तत्परता से कार्य कर रही हैं। एक काॅल पर ही अपनी समस्याओं के समाधान से इस क्षेत्र की महिलाएं बहुत खुश हैं और राहत महसूस कर रही हैं ।
खास बात यह भी है कि इसके माध्यम से हेल्पलाइन 24 घण्टों के भीतर महिलाओं की सहायता के लिये उनकी जरूरत के लिये सामान, दवाइयां इत्यादि घरद्वार पर पहुंचाने की व्यवस्था भी की जाती है।
इस तरह की व्यवस्था सुचारू रूप से होने से महिलाओं को घर पर न केवल सुविधा हासिल हुई है बल्कि एक फोन काॅल पर ही समस्याओं के समाधान होने से हेल्पलाइन पर भरोसा भी बढ़ा है।
इस हेल्पलाइन का लाभ स्वास्थ्य जांच और अन्य सहायता के लिये भी किया जा रहा है। हेल्पलाइन के माध्यम से पुन्नर निवासी दीपिका, ढाटी निवासी कनिका, टांडा निवासी दीपिका बुटेल, कुरल निवासी कौशल्या, गोपालपुर निवासी संकल्पना देवी और मलाहू निवासी पूजा देवी जैसी अनेक महिलाओं को सहायता प्राप्त हुई है।
उपमंडल अधिकारी (नागरिक) पालमपुर का कहना है कि लाॅकडाउन की वजह से लोग अपने घरों में रह रहे हैं। इनमें एक बड़ी संख्या महिलाओं की भी है, जिसमें एकल नारियां और अन्य बुजुर्ग महिलाएं भी सम्मिलित है।
उन्होंने बताया कि पालमपुर में बहुत सारी हेल्पलाइन अलग-अलग वर्गों के लिये आरम्भ की गयीं हैं। महिलाओं के लिये भी एक अलग हेल्पलाइन आरम्भ करने दिशा में प्रशासन में जो प्रयास किया था, उसके सार्थक परिणाम सामने आए हैं और यह महिलाओं के लिए बहुत कारगार साबित हो रही है।