मोदी सरकार की आर्थिक नीतियों में विदेशी निवेशकों का भरोसा बरकरार,दिसंबर में 60,000 करोड़ का निवेश : अनुराग ठाकुर

Spread with love

हिमाचल प्रदेश। केंद्रीय वित्त एवं कॉरपोरेट अफ़ेयर्स राज्यमंत्री अनुराग ठाकुर ने कोरोना आपदा के बावजूद मोदी सरकार की आर्थिक नीतियों में विदेशी निवेशकों का भरोसा बने रहने व सिर्फ़ दिसंबर महीने में 60 हज़ार करोड़ का विदेशी निवेश भारत में आने की जानकारी दी है।

अनुराग ठाकुर ने कहा “कोरोना आपदा जैसे कठिन समय में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के कुशल नेतृत्व व मार्गदर्शन में भारतीय अर्थव्यवस्था तेज़ी से पटरी पर लौट रही है। मोदी सरकार ने अर्थव्यवस्था को रफ़्तार देने के के लिए हर आवश्यक कदम उठाए हैं। इसी का परिणाम है कि विदेशी निवेशकों ने कोरोना काल में भी भारतीय अर्थव्यवस्था में अपना भरोसा जताया है।

विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) ने दिसंबर में घरेलू बाजार में 60,094 करोड़ रुपये का निवेश किया है। आंकड़ों के अनुसार, एफपीआई ने 1 दिसंबर से 24 दिसंबर के दौरान शेयरों में 56,643 करोड़ रुपये और बांड में 3,451 करोड़ रुपये निवेश किए। इस तरह उनका कुल निवेश 60,094 करोड़ रुपये रहा।

नवंबर में एफपीआई का कुल शुद्ध निवेश 62,951 करोड़ रुपये था। भारत कोरोना काल में भी आर्थिक मोर्चे पर कई सुधारों के साथ अन्य उभरते बाजारों की तुलना में निवेश का बड़ा हिस्सा आकर्षित करने में सफल रहा है”।

आगे बोलते हुए अनुराग ठाकुर ने कहा ”पिछले 6 वर्षों में, हम लगातार सुधारों के प्रति क्रियाशील रहे हैं। आज दुनिया को भारत की ग्रोथ स्टोरी पर भरोसा है।देश का विदेशी मुद्रा भंडार 18 दिसंबर को खत्म हफ्ते में 2.563 अरब डॉलर बढ़कर 581.131 अरब डॉलर हो गया है। यह अब तक का सबसे ऊंचा स्तर है।

रिजर्व बैंक के ताजा आंकड़ों के अनुसार इस दौरान विदेशी मुद्रा भंडार का महत्वपूर्ण हिस्सा यानी विदेशी मुद्रा एसेट्स 1.382 अरब डॉलर बढ़कर 537.727 अरब डॉलर पर पहुंच गया। इस सप्ताह में स्वर्ण भंडार में 1.008 अरब डॉलर की बढ़ोतरी हुई और यह 37.020 अरब डॉलर मूल्य का हो गया।

विदेशी मुद्रा भंडार ने 5 जून को खत्म हुए हफ्ते में पहली बार 500 अरब डॉलर के स्तर को पार किया था। इसके पहले यह आठ सितंबर 2017 को पहली बार 400 अरब डॉलर का आंकड़ा पार किया था। जबकि यूपीए शासन काल के दौरान 2014 में विदेशी मुद्रा भंडार 311 अरब डॉलर के करीब था”।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: