कुलदीप कुमार ने गांव से दूर निर्माणाधनी मकान में होम क्वारंटाइन में रहने का फैसला लेकर कायम की मिसाल

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करसोग। उपमण्डलाधिकारी नागरिक करसोग सुरेंद्र ठाकुर ने जानकारी देते हुए कहा कि प्रदेश सरकार के निर्णय के अनुसार कर्फ्यू की वजह देश के अलग-अलग राज्यों में फंसे 500 से भी अधिक लोग करसोग उपमण्डल में पहुंच चुके हैं।

सभी लोगों को होम क्वारटांइन में रहने के सख्ती से आदेश किये गये हैं।

इन में से एक नवयुवक, कुलदीप कुमार पुत्र टीकम सिंह गावं पाटलू, डाकघर काओ तहसील करसोग जिला मण्डी हिमाचल प्रदेश के रहने वाले हैं जिन्होंने कोरोना महामारी के समय ई पास के लिए आवेदन किया और गुड़गांव से करसोग आने की अनुमति लेने के बाद गांव से दूर निर्माणाधनी मकान में होम क्वारंटाइन में रहने का फैसला लेकर एक मिसाल कायम की है।

क्या किया है कुलदीप कुमार ने

कुलदीप कुमार 25 वर्षिय नवयुवक गुड़गांव हरियाणा में पिछले एक वर्ष से ऐएसएफ गावाल पाड़ी में आईबीएम कम्पनी में काम करता है।

कोविड-19 महामारी के कारण देश भर में कर्फ्यू के कारण कम्पनी ने काम करना बन्द कर दिया तथा आने जाने के लिए कोइ भी सुविधा न होने के कारण गु़ड़गांव में ही संयम के साथ अपना समय बिताया।

हिमाचल प्रदेश सरकार के इस निर्णय का स्वागत करते हुए कुलदीप कहता है कि प्रदेश के बाहर फंसे सभी लोगों को घर वापिस लाया जायेगा।

कुलदीप ने इसी माह हिमाचल प्रदेश की बैब साइट कोबिड-19 ई पास तथा जिलाधीश मण्डी से बात की और 6 मई को सांय करसोग पहुंचा। करसोग पहुंचते ही उसने करसोग प्रशासन को अपने आने की सूचना दे दी।

प्रशासन द्वारा कुलदीप को 14 दिनों तक होम क्वारटांइन में रहने के लिए कहा जिसे उसने सहर्ष स्वीकार किया और अपने गांव से दूर बरसैल गांव में अपने निर्माणधीन मकान में रहने लगा है।

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