विधानसभा में शहीदों को श्रद्धांजली की रिवायत हो कायम
हमीरपुर। प्रदेश कांग्रेस उपाध्यक्ष एवं सुजानपुर के विधायक राजेंद्र राणा ने विधानसभा सत्र के लिए रवाना होने से पूर्व पत्रकारों से बात करते हुए कहा है कि कोविड-19 के प्रबंधन में सरकार के पूरी तरह फेल और फ्लॉप होने को लेकर विधानसभा में जवाब तलब किया जाएगा।
राणा ने कहा कि विधायक दल की बैठक में वह तमाम मुद्दे तय किए जाएंगे, जिनके कारण प्रदेश में अराजकता व आक्रोश का बोलबाला बना हुआ है। उन्होंने कहा कि राजस्व विभाग, स्वास्थ्य विभाग, हिमुडा, नोटिफिकेशन के बावजूद बाहरी राज्य के लोगों की भर्तियां, फर्जी डिग्रियां इन सब मामलों का कारण विधानसभा में सत्तासीन बीजेपी से जाना जाएगा।
इसके अलावा महामारी व महंगाई के संकट से घिरे प्रदेश में अब डबल इंजन की सरकार कहां है यह भी जाना जाएगा। उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि डबल इंजन की बात तो दूर सरकार का सिंगल इंजन भी पूरी तरह सीज है। इसके अलावा माइनस 23.9 फीसदी पर पहुंची जीडीपी से आने वाले संकटों पर सरकार की क्या नीति होगी, यह भी जानने का प्रयास रहेगा।
जीएसटी की प्रतिपूर्ति पर केंद्र की साफ मनाही के बावजूद अब हिमाचल प्रदेश सरकार किस तरह से इस संकट से निकलेगी। यह भी सरकार को बताना होगा। मानसून सत्र में जयराम सरकार इस बारे में केंद्र के समक्ष अपनी आवाज उठाने की हिम्मत क्यों नहीं कर पा रही है।
कर्ज के पहाड़ के नीचे डूबी बीजेपी के कर्जों का यही आलम रहा तो अब प्रदेश एक लाख करोड़ से ज्यादा के कर्जे में डूब जाएगा। प्रदेश में ग्रामीण क्षेत्रों में होने वाले छोटे-छोटे विकास कार्यों को रोकने के लिए विधायक निधि को सीज करने का सबब भी सरकार को बताना होगा कि क्या सरकार का दिवाला निकल चुका है, जो सरकार को विधायक निधि तक सीज करनी पड़ी है?
बदहाल सड़कों का कारण क्या है और क्यों है? यह भी सरकार को बताना होगा। उन्होंने चुटकी लेते हुए कहा कि देश को बिकने नहीं देंगे का जुमला बोलकर देश का सब कुछ बेचने में लगी बीजेपी के राज में जीडीपी माइनस 23.9 तक पहुंच चुकी है, जबकि बांग्लादेश की जीडीपी खराब हालतों में भी 6.5 फीसदी है और पाकिस्तान की जीडीपी 5.50 फीसदी है। ऐसे में देश किस ओर अग्रसर है इस पर भी चर्चा होगी।
राणा ने कहा कि विधानसभा सत्र के शुरू होने पर मेहरूम हो चुके सदस्यों के प्रति श्रद्धांजली देने की रीत और रिवायत रही है, जो कि अच्छी बात है।
उन्होंने विधानसभा स्पीकर से आग्रह किया है कि हिमाचल प्रदेश को वीरभूमि के नाम से जाना जाता है। इसलिए देश की सीमाओं पर रक्षा और सुरक्षा में लगे जांबाज योद्धाओं की कुर्बानी पर भी कुछ क्षण श्रद्धांजली अर्पित करने के लिए रखे जाएं, ताकि देश के लिए कुर्बान होने वाली शहादतों के सम्मान में प्रदेश कृतज्ञ रहे व शहीद परिवारों का मनोबल बना रहे। इसी के साथ देश के जांबाज गबरुओं को सेना में जाने का जज्बा भी बरकरार रहे।