शिमला। महान शिक्षाविद्, दुरदर्शी और पूर्व राष्ट्रपति डाॅ सर्वपल्ली राधाकृष्णन के जन्मदिवस पर राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने राजभवन में उनके चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित की। डाॅ राधाकृष्णन का जन्म दिन शिक्षक दिवस के रूप में मनाया जाता है।
इस अवसर पर राज्यपाल ने सभी शिक्षकों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि कोरोना महामारी ने हमारी शिक्षा व्यवस्था को बहुत प्रभावित किया है। पूरे विश्व में विद्यालय, महाविद्यालय और विश्वविद्यालय बंद हैं।
पिछले छः माह की अवधि में शैक्षणिक गतिविधियों में पूर्ण परिर्वतन हुआ है। उन्होंने कहा कि आॅनलाइन लर्निंग हमारी दिनचर्या का हिस्सा बन गया है। शिक्षक और विद्यार्थी के बीच का संबंध केवल दिशा-निर्देश देने तथा परीक्षा लेने तक सीमित नहीं है। उन्होंने कहा कि यह शैक्षणिक संबंधों के बजाय एक भावनात्मक और मनोवैज्ञानिक रिश्ता है।
राज्यपाल ने कहा कि मेरा विश्वास है कि जब तक विद्यार्थी अपने शिक्षक के प्रति सम्मान महसूस नहीं करते ऐसी स्थिति में वह न कुछ सीख सकते हैं और न ही शिक्षक उन्हें कुछ सीखा सकते हैं। यह सम्मान तभी पैदा होता है जब शिक्षक पूरे समर्पण भाव से अपना कार्य करते हैं और वह नई पीढ़ी और समाज को सही दिशा देने का प्रयास करते हैं।