शिमला। चीफ इंजीनियर दिवंगत विमल नेगी की मौत के मामले में आज भी विधानसभा में माहौल गरमाया रहा। विपक्ष नियम 67 के तहत स्थगन प्रस्ताव लाया था जिसे विधानसभा अध्यक्ष ने इसे मंजूर नहीं किया। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री चाहें तो इस पर जवाब दे सकते हैं।
इस पर नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि एचपीपीसीएल काफी समय से विवादों में चल रहा है। इतने बड़े अधिकारी की इस तरह मौत हो जाना दुखद है।
उन्होंने कहा कि जब पिछले कल वह स्व विमल नेगी के परिजनों से मिले तो उन्होंने सीबीआई जांच की मांग की। जयराम ठाकुर ने कहा कि इस लिए इस मामले की निष्पक्ष जांच के लिए इसे सीबीआई को सौंप दिया जाना चाहिए।
भाजपा विधायक रणधीर शर्मा ने कहा कि एफआईआर दो लोगों पर की गई है। उसमें भी एक व्यक्ति के।नाम पर है तो दूसरा पद का नाम लिखा गया है। एफआईआर लिखे जाने से पहले ही सरकार ने एमडी को बदल दिया था तो यह एफआईआर बाइ नेम होनी चाहिए थी।
सीएम सुक्खू ने कहा कि इस मामले में सरकार ने त्वरित कार्रवाई की है। 12 घंटों से भी कम समय में सरकार ने इस मामले में कार्रवाई करते हुए अधिकारियों पर एक्शन लिया।
उन्होंने कहा कि पूर्व भाजपा सरकार में सुंदरनगर में शराब से 7 लोगों की मौत हुई थी जिस पर तत्कालीन सरकार ने कोई भी कार्रवाई फौरी तौर पर नहीं की थी।
सरकार के जवाब से असंतुष्ट विपक्ष ने वॉक आउट कर दिया।