धर्मशाला। भाजपा शीतकालीन सत्र के आखिरी दिन पर सार्थक आखिरी चर्चा करना चाह रही थी पर सरकार के एक मंत्री खुद को संविधान से ऊपर समझते हैं। उन्होंने एक सार्थक चर्चा को बर्बाद कर दिया।
सदन के आखिरी दिन भाजपा के दूसरी बार सदन से बाहर आने पर मीडिया से बातचीत करते हुए जयराम ठाकुर ने कहा कि भाजपा के सदस्य सदन में किसी मंत्री की बकवास सुनने के लिए बाध्य नहीं हैं।
उन्होंने कहा कि भाजपा सदस्यों ने सब्र और संयम से काम लेने की कोशिश की पर जब मंत्री गाली गलौच पर उत्तर आए तो भाजपा के सभी विधायक सदन छोड़ कर बाहर आ गए।
उन्होंने बिना नाम लिए मंत्री पर निशाना साधते हुए कहा कि वह ना अपने मुख्यमंत्री की सुनते हैं और ना ही विधानसभा अध्यक्ष की।
जयराम ठाकुर ने कहा कि इन मंत्री को तब तक चैन नहीं आता जब तक यह सदन के अंदर प्रधानमंत्री मोदी और नेता विपक्ष को गाली नहीं दे देते। यह उनकी आदत बन गयी है। मंत्री में सब्र और संयम की कमी है।
जयराम ठाकुर ने कहा कि भाजपा के सभी विधायक जनता के आशीर्वाद से सदन में पहुंचे हैं ना कि मंत्री की कृपा से। वह भी नेता विपक्ष मंत्री के रहमो कर्म से नहीं बने हैं।
जयराम ठाकुर ने चेतावनी दी कि अगर मंत्री अपने व्यवहार में परिवर्तन नहीं लाए तो भाजपा को सदन में उनका बॉयकॉट करने पर मजबूर होना पड़ेगा।