ऊना। प्रदेश सरकार अनुभव हीन व संवेदनहीन सरकार है, उन्होंने मात्र सत्ता प्राप्ति क़े लिए हिमाचल क़े लोगों को बड़े बड़े सपने दिखाए जो आज मुंगेरी लाल क़े हसीन सपने सिद्ध हो रहे है।
हमीरपुर संसदीय क्षेत्र प्रभारी व पूर्व मंत्री बिक्रम ठाकुर ने कहा कि प्रदेश को आज ऐसी सरकार चला रही है जिन्हें लोगों क़े हितों से ज्यादा अपने चहेतों क़े लाभ की ज्यादा चिंता है। उन्होंने सरकार पर आरोप लगाया कि आज प्रदेश में बेरोजगारी का जो आलम है, उसके लिए सरकार जिम्मेवार है क्यूंकि हर व्यक्ति को सरकारी रोजगार उपलब्ध हो ये भी एक मुश्किल कार्य है परन्तु रोजगार सृजन करना यह कार्य सरकार का है।
आज प्रदेश में स्थिति यह है कि बिजली कि महंगी दरों व लीज की समयअवधि को घटाने क़े कारण यहाँ निवेशक निवेश करने से कतरा रहे है बल्कि जो स्थापित उद्योग भी है वो भी पलायन का रास्ता चुनने क़े लिए मजबूर होते जा रहें है।
रोजगार देने वाले संस्थान मुख्यमंत्री सुक्खू ने बन्द कर दिए और 13 महीने में नया संस्थान खड़ा नहीं किया और न ही पूर्व के संस्थान द्वारा लिये गये पेपरों के परिणाम निकाले जिसके फलस्वरूप पिछले एक साल से हजारों बेरोजगार सड़कों पर नारे लगाने पर मजबूर हैं।
जब वे मुख्यमंत्री के पास जाते है तो वह उनको मंत्रियों के पास भेज देते हैं और जब मंत्रियों के पास जाते हैं तो वह उन्हें मुख्यमंत्री के पास भेज देते हैं। इस प्रकार बेरोजगार लोगों क़े सम्मान का उपहास उड़ाया जा रहा है।
बिक्रम ठाकुर ने कहा कि वर्तमान कांग्रेस सरकार ने एक निर्णय लिया है कि प्रदेश में गेस्ट टीचर / गेस्ट लैक्चरार भर्ती किये जाएंगे। पूरे प्रदेश में स्थान स्थान पर गेस्ट टीचर और गेस्ट लैक्चरार लगाने के विरोध में धरने प्रदर्शन हुए। बेरोजगार मजबूरी में सड़कों पर उतरे और मुख्यमंत्री को यह निर्णय रोकना करना पड़ा।
उन्होंने कहा कि 2022 के चुनाव में पहली कैबिनेट में एक लाख नौकरी देने की गांरटी देकर सत्ता में आई कांग्रेस सरकार ने 10 हजार छोटे बड़े कर्मचारियों को नौकरी से बर्खास्त कर दिया।
कर्ज का रोना रोने वाली सरकार 12 महीने में 14 हजार करोड़ का कर्जा ले चुकी है और इसके अतिरिक्त और कर्जा लेने जा रही है। यह मालूम नहीं कि कर्जा कहां लग रहा है। सरकार के ऐशो आराम की कोई कमी नहीं।
बेरोजगारों को रोजगार के नाम पर सरकार अपने आप को पूरी ताकत के साथ बिना पैसों की तंग हाल सरकार बताने मे मसरूफ है। उन्होंने कहा कि यह सारा कर्ज कांग्रेस की देन है।
भारतीय जनता पार्टी का स्पष्ट आरोप है कि पिछले 13 महीने में एक भी काम हिमाचल प्रदेश की जनता के हित में कांग्रेस सरकार ने नहीं किया। मुख्यमंत्री पैसों का रोना – धोना छोड़कर जनता के काम करें, जो इनका प्रथम कर्तव्य है।