शिमला। चंडीगढ़ या कालका तक मुम्बई, चेन्नई, बंगलुरू से रेल कनेक्टिविटी बढ़ाने की आवश्कता है। रेल कनेक्टिविटी हिमाचल में पर्यटकों की आमद को बढ़ाने में एक अहम रोल अदा कर सकती है।
वर्तमान मे अहमदाबाद से साबरमती एक्सप्रेस, मुंबई से पश्चिम एक्सप्रेस ट्रेन हफ्ते में सातों दिन चण्डीगढ़ तक आती हैं। परन्तु साउथ से केवल एक ट्रेन सप्ताह में एक दिन बेंगलुरु से आती है तथा सप्ताह मे दो बार चेन्नई से एक ट्रेन चण्डीगढ़ तक आती है जो की न काफी है।
यह बात शिमला होटल एंड टूरिज्म स्टेक होल्डर एसोसिएशन के अध्यक्ष महिंद्र सेठ ने कही।
वहीं उत्तराखंड तथा जम्मू कश्मीर के लिए भारत के सभी प्रमुख शहरों अच्छी रेल कनेक्टिविटी है। महाराष्ट्र तथा गुजरात से बहुत अधिक संख्या में पर्यटक हिमाचल आते हैं। यदि अहमदाबाद, मुम्बई, बेंगलुरु,चेन्नई अहमदाबाद से नियमित रोज रेल सेवा पर्यटकों को मिल सके तो यह हिमाचल के पर्यटन के लिए मील का पत्थर सिद्ध हो सकता है।
अभी तक साउथ इंडिया की टूरिस्ट मार्केट को टैप नही किया गया है जबकि साउथ से काफी अच्छी संख्या मे पर्यटकों को हिमाचल के लिए आकर्षित किया जा सकता है। हमारा सुझाव है कि मुम्बई से चण्डीगढ़ तक वंदे भारत ट्रेन चलाई जाना एक समय की मांग है। मुम्बई से चण्डीगढ़ तक आने वाली ट्रेन वाया सूरत तथा अहमदाबाद होकर गुजरती है जिसे गुजरात से भी कनेक्टिविटी बढ़ सकती है।
साउथ इंडिया से पर्यटकों को हिमाचल की ओर आकर्षित करने के लिए चेन्नई तथा बैंगलोर से नियमित हर रोज चण्डीगढ़ या कालका तक रेल सेवा चलाने की आवश्कता है। सरकार का पर्यटकों की संख्या का जो लक्ष्य निर्धारित किया है वह तभी पूरा हो सकता है यदि रेल तथा हवाई सेवा को सुदृढ़ किया जाए।
उन्होंने मुख्यमंत्री से आग्रह किया कि रेल सेवा को बढ़ाने का मामला केंद्र सरकार से उठाए ताकि हिमाचल के पर्यटन को पंख लग सकें।
शिमला होटल एंड टूरिज्म स्टेक होल्डर एसोसिएशन ने अम्बाला से शिमला के लिए हवाई सेवा प्रारम्भ करने के फैसले तथा जयपुर, देहरादून तथा लखनऊ से हवाई सेवा प्रारंभ करने के प्लान की भरपूर सराहना की।
उन्होंने कहा कि हिमाचल में पर्यटकों के आगमन बढ़ने से राज्य की अर्थव्यवस्था भी मजबूत होगी तथा रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे।