नेरवा, नोविता सूद। उपमंडल चौपाल के घने देवदार के जंगलों में जहां वेशकीमती जड़ी बूटियों और वन सम्पदा के भण्डार भरे पड़े है, वहीँ इन वनों में कई दुर्लभ और खूंखार पशु पक्षी भी भारी तादाद में हैं।
ऐसा देखा गया है कि कई बार वनों से निकल कर भोजन की तलाश या फिर किन्हीं अन्य कारणों से खूंखार जानवर बस्तियों के समीप पंहुच कर डेरा डाल देते हैं। इस तरह की कई घटनाएं पूर्व में सामने आ चुकी हैं।
वन मंडल चौपाल के तहत बमटा पंचायत के जगड़ाह गाँव में भी एक ऐसा ही मामला सामने आया है। इस गाँव में दो व्यस्क भालू एक ग्रामीण के बागीचे के समीप झाड़ियों के आसपास अक्सर नजर आ रहे हैं।
स्थानीय ग्रामीण सुरेंद्र गुनु बनाईक ने बताया कि मंगलवार शाम करीब चार बजे जब व अपने बागीचे को जाने के लिए अपने घर से निकले तो उन्हें बागीचे से थोड़ी दूरी पर झाड़ियों के समीप यह भालू नजर आए।
ये भालू दो साल की आयु के करीब लग रहे हैं तथा ऐसा लग रहा है कि इन्होंने समीप की झाड़ियों को अपना बसेरा बनाया हुआ है।
उन्होंने कहा कि इन भालुओं ने अभी तक किसी को कोई हानि तो नहीं पंहुचाई है, परन्तु इनकी गाँव के नजदीक मौजूदगी से गाँव में भय का माहौल है। लोगों ने अपने बच्चों का घरों से निकलना बंद कर दिया है तथा बगीचों घासनियों में जाने से भी डर रहे हैं।
जगड़ाह गाँव के बाशिंदों ने वन्य प्राणी विभाग से मांग की है कि भालुओं को पकड़ कर किसी सुरक्षित सेंचुरी एरिया में छोड़ा जाए।