नेरवा और सरांह में खुले पीडबलडीयू के मंडल और उपमंडल कार्यालय की डिनोटिफिकेशन पर जताई नाराजगी

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नेरवा, नोविता सूद। चौपाल के सामाजिक कार्यकर्ता विशाल चौहान ने उपमंडल के नेरवा और सरांह में खुले पीडबलडीयू के मंडल और उपमंडल कार्यालय की डिनोटिफिकेशन पर कड़ी नाराजगी जताई है । उनका कहना है कि सरकार के इस निर्णय से चौपाल के लोग अपने आप को ठगा हुआ महसूस कर रहे हैं।

बता दें कि पूर्व भाजपा सरकार ने चुनाव से ठीक पहले नेरवा में विभाग का मंडल और सरांह में उप मंडल कार्यालय खोलने की घोषणा कर इसकी नोटिफिकेशन भी कर दी थी, परन्तु नई सरकार ने कार्यभार सँभालने के बाद मंत्रिमंडल के गठन से पूर्व ही इन कार्यालयों की अधिसूचना रद्द कर लोगों की उम्मीदों पर कुठाराघात किया है।

विशाल चौहान ने सरकार के इस निर्णय को दुर्भाग्यपूर्ण करार देते हुए कहा कि पूर्व सरकार द्वारा चौपाल की विस्तृत एवं कठिन भौगोलिक परिस्थितियों को देखते हुए इन कार्यालयों को खलौने की घोषणा की गई थी।

हालाँकि पूर्व सरकार ने अपने अंतिम समय में यह घोषणा की थी, प्रान्ती चौपाल की भगौलिक परिस्थियों के मद्देजनर यह बिलकुल सही थी। उन्होंने कहा कि लोक निर्माण मंडल चौपाल की सीमा एक तरफ ठियोग के देहा से शुरू हो कर दूसरी तरफ सवा सौ किलोमीटर दूर जिला सिरमौर के हरिपुरधार तथा उत्तराखंड की तरफ मीनस व फेडिजपुल-त्यूणी मार्ग पर अणु से होते हुए किरण टेलर तक विस्तृत है।

ऐसे में पूर्व सरकार द्वारा खोले गए इन दोनों कार्यालयों का सामरिक दृष्टि से काफी महत्व था। इन कार्यालयों के खुले से चौपाल के सैंकड़ों किलोमीटर राज्य राजमार्ग एवं हजारों किलोमीटर संपर्क मार्गों की देखरेख,रखरखाव व नए संपर्क मार्गों के निर्माण में सहूलियत होनी थी, परन्तु सरकार द्वारा इस तथ्य को दरकिनार किये जाने से जनता अपने आप को ठगा हुआ महसूस कर रही है।

उन्होंने कहा कि सरकार का गठन हुए महज तेरह दिन ही हुए है एवं सरकार के इस निर्णय को लोग तेहरवी के माहौल की संज्ञा दे रहे है। विशाल चौहान ने मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू व उप मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री से मांग की है कि उपरोक्त निर्णय पर सहानुभूतिपूर्वक विचार कर इन कार्यलयों की डिनोटिफिकेशन को रद्द कर पुनः नोटिफाई किया जाये ताकि क्षेत्र के लोगों को इन कार्यालयों का लाभ मिल सके।

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