नेरवा, नोबिता सूद। उपमंडल चौपाल और कुपवी में आशा कार्यकर्ता, आंगनबाड़ी कार्यकर्ताऔ द्वारा घर-घर भ्रमण कर क्षय रोग के संभावित लक्षणों की पहचान की जा रही है।
टीबी के लक्षणों को पहचान कर रोगी को निकटतम स्वास्थ्य केंद्र में भेज सकें। ऐसा करके टीबी के रोगी का जल्द से जल्द उपचार शुरू किया जा सकेगा।
खंड चिकित्सा अधिकारी नेरवा डॉ प्रेम चौहान ने कहा कि प्राथमिक या सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर टीबी के मरीजों के इलाज की नि:शुल्क सुविधा उपलब्ध है।
उन्होंने कहा कि टीबी हारेगा देश जीतेगा अभियान को जन आंदोलन के रूप में चलाया जाएगा। इसके साथ उनको नि:शुल्क दवा भी दी जाती है। जो नजदीक स्वास्थ्य केंद्रों पर उपलब्ध है। उन्होंने कहा कि टीबी रोग की रोकथाम के विभिन्न उपाय किए जा रहे हैं।
टीबी रोगी सघन खोज अभियान में लक्षण मिलने पर उसके बलगम की जांच की जाती है। साथ ही टीबी रोग पर नियंत्रण करने के लिए लोगों को सावधानियां बताते हुए जागरूक करने का प्रयास भी किया गया है।
उन्होंने कहा कि लगातार 3 हफ्तों से खांसी का आना और आगे भी जारी रहना, खांसी के साथ खून का आना, छाती में दर्द और सांस का फूलना, वजन का कम होना और ज्यादा थकान महसूस होना, शाम को बुखार का आना और ठंड लगना, रात में पसीना आना है।
डॉ प्रेम चौहान ने पंचायत प्रधान, पंचायत समिति सदस्य, वार्ड सदस्य, स्वास्थ्य कर्मियों और आशा कार्यकर्ताओं से चिकित्सा खंड चौपाल को टीबी मुक्त करने में सहयोग की अपील की है।