शिमला, 1 जून, 2020। कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव एवं पूर्व मंत्री सुधीर शर्मा ने आज जारी एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा कि सरकार को कोरोना महामारी से निपटने के लिए किए गए लाक्डाउन के बारे यह स्पष्ट करना चाहिए कि इस लाक्डाउन के दौरान सरकार ने लाक्डाउन खुलने के समय के लिए क्या क्या तैयारियाँ की थी।
उल्लेखनीय है कि 24 मार्च से सरकार ने पूरे देश में लॉकडाउन लगा दिया था और उस समय ये कहा गया था कि इस महामारी को पूरी तरह से घर पर ही रह कर नियंत्रित कर लिया जाएगा।
जनता ने इसका पूर्ण रूप से पालन किया, इस दौरान यह भी स्पष्ट हो गया था कि लंबे समय तक कोरोना महामारी की कोई भी दवाई बनने वाली नहीं है।
लोगों की उम्मीद थी कि सरकार इस लाक्डाउन के दौरान ऐसी तैयारी करेगी कि जब समय आने पर इसमें ढील दी जाए या इसको पूर्ण रूप से खोला जाएगा तो सरकारी अमला पूरा तैयार होगा।
शुरू में सरकार द्वारा ये कहा गया था कि घरों में रह कर कोरोना की महामारी को हराना है। बाद में सरकार द्वारा यह टिप्पणी की गई कि अब कोरोना के साथ जीना सीखना होगा, लेकिन सरकार ने कभी ये नहीं बताया कि इस लॉकडाउन के दौरान सरकार ने इससे निपटने के लिए क्या क्या और कितनी ऐसी वस्तुएँ मुहैया करवाई जिन के इस्तेमाल से कोरोना से लड़ने में आसानी हो सके।
आज कर्मचारियों के पास उपयुक्त मात्रा में ना तो पिपिइ किट हैं, ना मास्क हैं, ना सेनिटाइजर और ना कोई अन्य सुविधाएं। यहाँ तक कि अब तक के हुए सबसे बड़े पलायन के दौरान लोग खाने के लिए भी मोहताज हुए। अगर सामाजिक संगठन योगदान नहीं करते और दानवीर लोग आगे नहीं आते तो भुखमरी फैल सकती थी।
सरकार को कोरोना महामारी से निपटने के लिए और आम आदमी की सुरक्षा व उसकी ज़िंदगी को पटरी पर वापिस लाने के लिए की गई तैयारी पर श्वेतपत्र जारी कर जनता के सामने रखना चाहिए।