नेरवा, नोविता सूद। विश्व प्रसिद्ध आध्यात्मिक संस्था आर्ट ऑफ़ लीविंग द्वारा नेरवा के महिलाओं के लिए एक प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया गया । यह कार्यक्रम सुमित्रा सागर, शकुंतला झरटा, रमा स्टेटा, सीमा स्टेटा, अमृता नेगी, सीमा चौहान, डॉ अमित डोगरा एवं शिवदेव रथटा की देखरेख में 24 से 29 जून तक आयोजित किया गया।
छह दिनों तक चले इस कार्यक्रम में क्षेत्र की 110 महिलाओं ने भाग लिया । इस दौरान संस्था की वरिष्ठ प्रशिक्षिका रुक्मणी ने महिलाओं को आसान, प्राणायाम, ध्यान एवं विश्व प्रसिद्ध सुदर्शन क्रिया का प्रशिक्षण दिया ।
इसके अलावा कार्यक्रम में भाग ले रही महिलाओं को नेतृत्व,जीवन जीने के सहज नियम तथा तनाव प्रबंधन के गुर भी सिखाये गए ।
कार्यक्रम के समापन अवसर पर पुलिस विभाग से आई अम्बिका पंवार ने कार्यक्रम में भाग ले रही महिलाओं को उनके अधिकार,क़ानून एवं आत्मरक्षा की जानकारी दी ।
उन्होंने कहा कि आज के दौर में महिलाओं को आत्मरक्षा के गुर अवशय सीखने चाहिए तथा अपनी सुरक्षा के लिए आवश्यक सावधानिया बरतनी चाहिए ।
उन्होंने महिलाओं को किसी भी अनजान व्यक्ति से ना तो लिफ्ट लेने और ना ही देने की नसीहत दी । इस अवसर पर विशेष रूप से शिरकत कर रहे खंड चिकित्सा अधिकारी नेरवा प्रेम चौहान ने शिरकत कर महिलाओं को स्वास्थ्य एवं साफ़ सफाई से सम्बंधित जानकारी प्रदान की तथा योगाभ्यास का जीवन में महत्व बताया ।
उन्होंने कहा कि निरंतर योग से निरोग और खुशहाल जीवन जिया जा सकता है। प्रशिक्षिका रुक्मणी ने कार्यक्रम में भाग ले रही महिलाओं का आह्वान किया कि अपने आस पास एवं जानने वाली सभी महिलाओं को आर्ट ऑफ़ लीविंग के हैप्पीनेस प्रोग्राम में भाग लेने के लिए प्रेरित और प्रोत्साहित करें, ताकि समाज में सभी लोग अच्छे स्वास्थ्य के साथ तनाव मुक्त जीवन जी सकें।
सभी के चेहरे पर मुस्कान हो तथा लोग अध्यात्म को अपना कर एक बेहतर और स्वस्थ समाज का निर्माण करने ने ओबनि भागीदारी सुनिश्चित कर सकें ।