कुपवी अस्पताल की जर्जर हालत पर शार्प संस्था ने उठाये सवाल

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नेरवा, नोविता सूद। वैसे तो अस्पताल मरीजों के उपचार के लिए होते हैं, लेकिन तहसील मुख्यालय कुपवी स्थित अस्पताल की हालत को देखते हुए यह लगता है कि इस को ख़ुद ईलाज की जरूरत है। अति दुर्गम, दूरस्थ व पिछड़ी तहसील कुपवी की पंद्रह पंचायतों के लगभग पच्चीस हज़ार की आबादी इस अस्पताल पर निर्भर है।

15 पंचायतों का स्वास्थ्य का जिम्मा संभाले क्षेत्र के इस अस्पताल की हालत दयनीय है। इस अस्पताल की छत जर्जर हालत में है जिसकी सुध न तो सरकार ले रही है न ही प्रशासन।

शार्प संस्था के अध्यक्ष सुदर्शन धिरटा और महासचिव लोकेंद्र चौहान ने आरोप लगाते हुए कहा कि उन्होंने इस मसले को अनेकों बार सरकार और प्रशासन के समक्ष पत्राचार के माध्यम से उठाया है। स्थानिय विधायक बलबीर वर्मा को भी इस समस्या से परिचित करवाया जा चुका है परंतु इसके बावजूद भी किसी ने इस समस्या को सुलझाना उचित नही समझा।

लगभग 9 वर्ष पूर्व प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र कुपवी का दर्जा बढ़ाकर सरकार ने इसे सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र किया लेकिन अभी तक सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भवन का निर्माण कार्य पूरा नही हो पाया है एवं यह निर्माण कार्य कछुए की चाल से भी धीमा चल रहा है।

वर्तमान में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पुराने भवन में चल रहा है। 30 बेड के इस अस्पताल में वर्तमान में केवल 4 बेड हैं, जो 1 कमरे में लगे है, जिन्हें बरसात जैसी स्थिति में भीगने से बचाने के लिए उल्टा खड़ा करना पड़ता है।

उन्होने कहा कि मामूली बारिश होने पर इस अस्पताल की छत टपक जाती है। हाल ही के दिनों में दो दिन हुईं भारी बारिश में पानी टपकने के कारण अस्पताल में मरीजों को अस्पताल के अंदर बैठना तक मुश्किल हो गया था।

बारिश में मरीजो के बिस्तरों को भीगने से बचाने के लिए बिस्तरों को एक जगह इकट्ठा करना पड गया था। उन्होंने कहा कि आने वाले समय मे जब मानसून दस्तक देगा तो मरीजों और उनके तीमारदार को अस्पतालों में समय बिताना मुश्किल हो जाएंगा।

सुदर्शन धिरटा और लोकिंदर चौहान तथा स्थानीय लोगों ने प्रशासन और विधायक चौपाल से मांग की है कि जल्द से जल्द सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के नए भवन का निर्माण कार्य शीघ्र पुरा किया जाए, ताकी लोगों को आ रही परेशानी से निजात मिल सके।

उन्होंने मांग की है कि जब तक नया भवन बनकर तैयार नहीं हो जाता तब तक पुराने भवन की छत की मुरम्मत की जाए।

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