हमीरपुर। पेपर लीक और भ्रष्टाचार के मामले में हिमाचल आजकल सुर्खियों में है। इस पर तंज कसते हुए हिमाचल प्रदेश सोशल मीडिया विभाग के अध्यक्ष व प्रवक्ता अभिषेक राणा ने कहा कि यूपी और बिहार की तर्ज पर हिमाचल प्रदेश भी अब पेपर लीक का गढ़ बनता जा रहा है जहां सरकार भ्रष्टाचारियों को पकड़ने की बजाय पेपर रद्द कर देती है जिससे न केवल युवाओं के भविष्य से खिलवाड़ हो रहा है बल्कि सालों की उनकी तैयारी पर पानी फेर दिया जाता है।
यही नहीं हिमाचल प्रदेश में जनता की सुरक्षा से भी खिलवाड़ हो रहा है। बीते दिनों विधानसभा के बाहर खालिस्तान के झंडे लगाए गए जिस पर सरकार मूकदर्शक बनी बैठी रही। इंदिरा गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस ने पंजाब में खालिस्तान को खत्म करने का कार्य किया था। लेकिन प्रदेश सरकार की नाक के नीचे कोई ऐसा कृत्य कर गया और सरकार को भनक भी न लगी।
आम आदमी पार्टी की सरकार बनते ही पंजाब में दंगे हुए, माहौल ख़राब हुआ और आज उसका असर पड़ोसी राज्य हिमाचल में भी दिखाई दे रहा है। केंद्र सरकार भी अराजक तत्वों का खात्मा करने की बजाय पंजाब के साथ पुलिस पुलिस का खेल खेल रही है।
जब तक हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस की सरकार थी सुरक्षा में कोई भी चूक नहीं हो पाई चाहे वह आम जनता की सुरक्षा हो या फिर विद्यार्थियों के हकों की बात और पेपर लीक मामले इत्यादि।
इस सरकार में तो परीक्षा से 25 मिनट पहले प्रोफेसर द्वारा पेपर लीक किया गया और प्रदेश सरकार की भ्रष्टाचार पर कोई लगाम नहीं जो कि दुर्भाग्यपूर्ण है।
पुलिस भर्ती में भी यही सब देखने को मिला। यह न केवल विद्यार्थियों के साथ धोखा है बल्कि एक परीक्षा की व्यवस्था करने में ही जनता का करोड़ों रुपया खर्च हो जाता है तो प्रदेश सरकार द्वारा परीक्षा रद्द होने पर उस जनता की खून पसीने की कमाई पर भी पानी फेर दिया जाता है।
अभिषेक राणा ने प्रदेश की भाजपा सरकार से मांग करते हुए कहा कि ऐसे अराजक तत्वों के साथ सख्ती से निपटा जाए और इस मुहिम में कांग्रेस प्रदेश सरकार के साथ खड़ी है। देश की एकता और अखंडता से यदि कोई भी खिलवाड़ करेगा तो उसे उसके बुरे परिणाम भुगतने होंगे।