दिनांक 8 मार्च 2022
दिन – मंगलवार
विक्रम संवत – 2078
शक संवत – 1943
अयन – उत्तरायण
ऋतु – वसंत
मास – फाल्गुन
पक्ष – शुक्ल
तिथि – षष्ठी 12:01 ए. एम 9 मार्च तक तत्पश्चात सप्तमी
नक्षत्र – कृत्तिका पूर्ण रात्रि तक
योग – वैधृति 12:28 ए. एम 9 मार्च तत्पश्चात गर
राहुकाल -3:48 पी.एम से 5:17 पी.एम तक
सूर्योदय – 06:55
सूर्यास्त – 18:46
चन्द्रोदय – 10:27 ए.एम.
चन्द्रोस्त – 12:01 ए.एम 9 मार्च
दिशाशूल – उत्तर दिशा में
विजय मुहूर्त – 2:49 पी.एम. से 3:36 पी.एम
गोधूलि मुहूर्त – 6:34 पी.एम से 6:58 पी.एम
सायह्न सन्ध्या – 6:46 पी.एम से 7:59 पी.एम
दिन के चौघड़िया
6:55 से 8:24 रोग- अमंगल
8:24 से 9:53 उद्वेग-अशुभ
9:53 से 11:22 चर – सामान्य
11:22 से 12:51 लाभ – उन्नति
12:51से 2:19 अमृत- सर्वोत्तम
2:19 से 3:48 काल – हानि
3:48 से 5:17 शुभ – उत्तम
5:17 से 6:46 रोग- अमंगल
रात के चौघड़िया
6:46 से 8:17 काल – हानि
8:17 से 9:48 लाभ – उन्नति
9:48 से 11:19 उद्वेग-अशुभ
11:19 से 12:50 शुभ – उत्तम
12:50 से 2:21 अमृत- सर्वोत्तम
2:21 से 3:52 चर – सामान्य
3:52 से 5:23 रोग- अमंगल
5:23 से 6:54 काल – हानि
व्रत पर्व विवरण – विश्व महिला दिवस
विशेष –
षष्ठी को नीम की पत्ती, फल या दातुन मुँह में डालने से नीच योनियों की प्राप्ति होती है।(ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34
घर में सुख शांति के लिए
घर में सुख शांति के लिए ” ॐ शांति ” ” ॐ आनंद” जप करें। जप विशेष तिथियों को इसका खास लाभ लें।
माला टूटने पर
माला कभी टूट जाए और दाने खो जाएँ तो वैसी दूसरी नयी माला तोड़ कर उसके मनके माला में डाल दें, क्यूंकि जिस माला पर जप किया है वो दाने (मनके) प्रभावशाली रहते हैं।