शिमला। ग्रामीण क्षेत्रों में रक्तदान शिविरों के माध्यम से इंदिरा गांधी मेडिकल कॉलेज शिमला के ब्लड बैंक में रक्त की कमी दूर करने के लिए अपनी विशेष मुहिम के तहत उमंग फाउंडेशन चियोग पंचायत के साथ मिलकर 20 मई को चियोग में रक्तदान शिविर लगाएगा।
कोरोना संकट के कारण लगाए गए कर्फ्यू में फाउंडेशन का यह पांचवां रक्तदान शिविर होगा।
उमंग फाउंडेशन के अध्यक्ष अजय श्रीवास्तव ने बताया की ठियोग तहसील की चियोग पंचायत भवन में लग रहे रक्तदान शिविर में समूची पंचायत और युवा वर्ग सहयोग दे रहे हैं।
उन्होंने कहा की इसके माध्यम से समूचे क्षेत्र में रक्तदान को लेकर जागरूकता आएगी और अस्पतालों में भर्ती नाजुक हालत के मरीजों के लिए रक्त जुटाया जा सकेगा। इस शिविर को लेकर योग पंचायत और आसपास के क्षेत्रों में काफी उत्साह है।
स्थानीय पंचायटों और युवाओं को साथ लेकर इससे पहले उमंग फाउंडेशन ने चार सफल रक्तदान शिविर लगाए जिनमें मशोबरा, सुन्नी, देवला पंचायत का गांव खौन्डू, और सुन्नी तहसील की ग्राम गुम्मा पंचायत शामिल है।
इन क्षेत्रों में रक्तदान के अलावा कोरोना के बारे में भी लोगों को जागरूक किया गया।
उन्होंने बताया कि उनके अनुरोध पर मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कोरोना संकट के मद्देनजर 20 मार्च को प्रदेश में रक्तदान संबंधी एडवाइजरी जारी कराई थी।
यही नहीं, मुख्यमंत्री ने 25 मार्च को सभी स्वयंसेवी संगठनों और रक्तदाताओं से लॉकडाउन और कर्फ्यू के दौरान रक्तदान करने की अपील भी की थी ताकि ब्लड बैंकों में खून की कमी न रहे।
उन्होंने सभी जिला उपायुक्तों और पुलिस अधीक्षकों को भी इस बारे में जरूरी निर्देश जारी किए थे। इसके बाद राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने भी रक्तदान की अपील जारी की थी।
आईजीएमसी ब्लड बैंक के प्रभारी डॉ एमएल कौशल का कहना है कि लॉक डाउन के दौरान उमंग फाउंडेशन के प्रयासों से रक्तदान संबंधी एडवाइजरी जारी किया जाना बहुत महत्वपूर्ण था।
इससे संकट के दौर में रक्तदान शिविर लगाना संभव हुआ। रक्तदान शिविरों के माध्यम से अस्पताल में भर्ती गंभीर हालत वाले सैकड़ों मरीजों का जीवन बचाना संभव हुआ।