एचएमसी ग्रुप का निर्यात और विदेशी कमाई में वित्त वर्ष 2021 में हुई 92% की बढ़ोत्तरी

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नई दिल्ली। साइकिल, ई-बाइक और ऑटोमोटिव कंपोनेंट्स की वैश्विक मांग ज्यादा होने के कारण हीरो मोटर्स कंपनी ने इस मांग का फायदा उठाते हुए वित्त वर्ष 2022 तक निर्यात और अंतरराष्ट्रीय राजस्व में 1000 करोड़ रुपये को पार करने के लिए तैयार है, वित्त वर्ष 2021 में 92% की वृद्धि ।

एचएमसी ग्रुप ने वित्त वर्ष 2024 तक इस आंकड़े को और तीन गुना बढ़ाकर 3000 करोड़ रुपये करने का लक्ष्य रखा है, इस लक्ष्य को पूरा करने के लिए कम्पनी की नज़र यूरोपीय और अमेरिकी बाजार पर ज्यादा है।

यह अनुमान ऐसे समय में आया है जब दुनिया की सबसे बड़ी एकीकृत साइकिल निर्माता एचएमसी ग्रुप ने अपना 65वां स्थापना दिवस मनाया है। यह एक ऐसी उपलब्धि है जिसने भारत को वैश्विक साइकिल उद्योग में एक केंद्रीय भूमिका के लिए प्रेरित किया है।

कम्पनी अपने 65वें साल मे वैश्विक बाजार में एक विश्वसनीय सप्लायर के रूप में अपनी जगह पक्की की और सप्लाइअर्ज़ तथा मैन्यूफैक्चरर्स को 100 एकड़ के हीरो इंडस्ट्रियल पार्क के रूप में ‘आत्मनिर्भर’ मैन्युफैक्चरिंग हब के तहत एक छत के नीचे लाया है।

कोविड-19 के कारण वर्चुयली इकट्ठा हुए हीरो ‘परिवार’ ने अपने दूरदर्शी संस्थापक, चतुर व्यवसायी, कवि और एक परोपकारी व्यक्ति श्री ओपी मुंजाल को श्रद्धांजलि अर्पित की।

ओपी मुंजाल ने स्वतंत्रता के बाद के भारत में जनता के लिए यातायात में क्रांति ला दी थी। आपदा को अवसर में बदलने में माहिर ओपी मुंजाल जी ने उपभोक्ताओं को वाज़िब मूल्य प्रदान करके अपने प्रतिद्वंद्वियों को पीछे छोड़ दिया।

मुंजाल ने एक साधारण से कम्पोनेंट मैन्युफैक्चरिंग फर्म के लिए स्टोन रोलिंग की स्थापना की जो भारत में संगठित साइकिल बाजार में लगभग 43 प्रतिशत हिस्सेदारी के साथ बाजार की प्रमुख कंपनी बन गई है।

ओ पी मुंजाल 1990 के दशक की शुरुआत में भारत में इलेक्ट्रिक साइकिल बनाने के विचार को प्रतिपादित करने वाले पहले व्यक्तियों में से एक थे।

हीरो मोटर्स कंपनी, एचएमसी, के मैनेजिंग डायरेक्टर और चेयरमैंन पंकज एम मुंजाल ने कहा, ” 1956 में 50 हज़ार रुपये के लोन के साथ कम्पनी की शुरुआत हुई थी।

शुरुआत में कम्पनी एक दिन में 25 साइकिल बनाती थी। इसके बाद कंपनी ने उन्नति करते हुए 1.2 अरब अमेरिकी डॉलर के परिसंपत्ति आधार के साथ दुनिया की सबसे बड़ी एकीकृत साइकिल निर्माता कंपनी बन गयी।

हीरो साइकिल की सफलता जुनून, धैर्य और इन सबसे बढ़कर हमारी जड़ों से जुड़ाव का सफर है। यही सिद्धान्त आने वाले वर्षों में हमारे लिए मार्गदर्शक हैं और रहेगा।

हम मुंजाल भाइयों के सपने को आगे बढ़ाने और उनके सपने को वास्तविकता में बदलने के लिए यह मौका पाकर सम्मानित महसूस करते हैं।

यूरोपीय बाजार में ‘मेड इन इंडिया’ एचएनएफ ई-बाइक के पहले बैच और हीरो ई साइकिल वैली के लॉन्च होने से हम वैश्विक बाजार में तेजी से विस्तार की उम्मीद कर रहे हैं और स्वदेशी मैन्यूफैक्चरिंग के लिए बड़ी छलांग लगा रहे हैं।

हम निर्यात और अंतरराष्ट्रीय राजस्व के 1000 करोड़ रुपये को पार करने और वित्त वर्ष 2024 तक 3000 करोड़ रुपये के एक और महत्वाकांक्षी लक्ष्य को पूरा करने को लेकर आश्वस्त हैं।”

महामारी के दौरान हीरो साइकिल्स ने संगठित उद्योग में अपनी बाजार-अग्रणी हिस्सेदारी लगभग 43 प्रतिशत बरकरार रखी है और क्रिसिल द्वारा साइकिल की मांग में दशक कि सबसे बड़ी वृद्धि का नेतृत्व किया है।

कारोबार का विस्तार करने की योजना के साथ इस साल बैसाखी के दिन हीरो मोटर्स कंपनी ने महत्वाकांक्षी हीरो ई साइकिल वैली में अपने नए हाई-एंड एक्सपोर्ट-ओरिएंटेड मैन्युफैक्चरिंग प्लांट का अनावरण किया। इससे कंपनी को प्रीमियम साइकिल और ई साइकिल के प्रोडक्शन में बढ़त मिली।

वैश्विक बाजार के लिए एक मैन्यूफैक्चरिंग सेन्टर के उद्देश्य से बनाया गया नया प्लांट ‘हीरो ई साइकिल लिमिटेड’ ‘मेक इन इंडिया’ पहल के लिए बहुत बढ़ी सफलता है।

इस प्लांट के दम पर कंपनी की ई-साइकिल ब्रांच को वैश्विक बाजार के लिए एक प्रमुख सप्लायर बनने के लिए आगे बढ़ रहा है।

साईकिल के कंपोनेंट के लिए कम्पनी की चीन पर से निर्भरता काफ़ी तक कम हो गई है। हीरो ई साइकिल वैली (हीरो इंडस्ट्रियल पार्क) के संचालन के पहले फेज से एचएमसी की वार्षिक प्रोडक्शन क्षमता 10 मिलियन यूनिट तक बढ़ जाएगी, जिसमें 4 मिलियन प्रीमियम साइकिल और ई-साइकिल का प्रोडक्शन होगी।

बढ़ी हुई यह प्रोडक्शन क्षमता वैश्विक बाजार में ई साइकिल की मांग को पूरा करने के लिए है। कम्पनी का लक्ष्य है कि इंटरनेशनल सप्लायर्स की मदद से कम्पोनेन्ट का प्रोडक्शन स्थानीय स्तर पर किया जाए।

अंतरराष्ट्रीय मोर्चे पर हीरो इंटरनेशनल – मार्च 2021 में स्थापित हीरो मोटर्स कंपनी (एचएमसी) की यूरोपीय बाइक और ई-बाइक ब्रांच का लक्ष्य 2025 तक € 300 मिलियन तक का आर्गेनिक रिवेन्यू प्राप्त करना है, जबकि अनार्गेनिक डेवलपमेंट से € 200 मिलियन यूरो का रिवेन्यू प्राप्त करना है।

कंपनी ने कई रणनीतिक गठजोड़ और अधिग्रहण से वैश्विक बाजार उपस्थिति दर्ज करने की दिशा में प्रमुख कदम उठाए हैं। यूके ब्रांड एवोसेट स्पोर्ट्स और इनसिंक का अधिग्रहण, मैनचेस्टर में ग्लोबल डिज़ाइन सेंटर की स्थापना और जर्मन हाई-एंड ई-साइकिल निर्माता एचएनएफ का अधिग्रहण वैश्विक बाज़ार में हीरो ग्रुप की महतवाकांक्षाओं को दर्शाता है।

एचएमसी और हीरो साइकिल

एचएमसी ग्रुप $1.2 bn एसेट बेस वाले एचएमसी ग्रुप का हिस्सा है और दुनिया भर में 10,000 से ज्यादा लोग इस दिग्गज साइकिल कंपनी हीरो साइकिल में काम करते हैं। 1956 में स्थापित हीरो साइकिल्स लिमिटेड आज दुनिया की सबसे बड़ी साइकिल निर्माता कंपनी बन गयी है।

कंपनी के पास हर साल 6 मिलियन साइकिल की मैनुफक्चरिंग क्षमता है, जिसमें सबसे ज्यादा लुधियाना (पंजाब), बिहटा (बिहार), गाजियाबाद (यूपी) के साथ-साथ श्रीलंका में इंटेग्रेटेड प्लांट्स में बनती हैं।

एचएमसी ग्रुप का ब्रिटेन में एक डिजाइन सेंटर है और इसके अलावा कंपनी यूके बेस्ड एवोसेट स्पोर्ट्स, जर्मनी बेस्ड एचएनएफ और भारत में फायरबॉक्स बाइक्स का स्वामित्व रखती है एवोकेट स्पोर्ट्स हीरो साइकिल्स का पहला विदेशी अधिग्रहण था और इससे हीरो कंपनी यूरोपीय साइकिल बाजार में अपने पैर जमाये, HNF ने हीरो साइकिल्स को हाई-एंड इलेक्ट्रिक साइकिल्स में प्रवेश करने में मदद की।

दूसरी ओर फ़ायरफ़ॉक्स बाइक का अधिग्रहण भारत में तेजी से बढ़ते प्रीमियम साइकिल सेगमेंट में अपनी स्थिति को मजबूत करने के लिए हीरो कंपनी एक रणनीतिक कदम था।

हीरो साइकिल आज भारत में दोनों स्टैण्डर्ड स्पेशल सायकिल सेगमेंट मानक में लीडिंग कंपनी है जिनकी कुल बाजार हिस्सेदारी लगभग 43 प्रतिशत है।

कंपनी अत्याधुनिक बुनियादी ढांचे और सभी वैश्विक मानकों का अनुपालन करने वाले कड़े गुणवत्ता मानकों के तहत हीरो कंपनी प्रमुख साइकिल कंपोनेंट का प्रोडक्शन करने वाली सबसे आधुनिक मशीनरी से लैस है।

हीरो साइकिल का भारत में 250 से अधिक सप्लायर्स और 2800 डीलरशिप का नेटवर्क है और मध्य पूर्व के विभिन्न देशों अफ्रीका, एशिया और यूरोप में भी हीरो साइकिल का एक्सपोर्ट होता है। इसके अलावा हीरो साइकिल iso 9001 और amp; ISO14001 ब्रिटेन के BVC से प्रमाणित है और सरकार के अनुसंधान एवं विकास विभाग द्वारा मान्यता प्राप्त है।

इसके अलावा एचएमसी ग्रुप में ऑटो पार्ट्स मैनुफैक्चरिंग कंपनियों – हीरो मोटर्स, जेडएफ हीरो चेसिस सिस्टम्स प्रा लिमिटेड, और मुंजाल किरीओ इंडस्ट्रीज प्रा लिमिटेड, हॉस्पिटैलिटी आर्म मुंजाल हॉस्पिटैलिटी एंड लक्जरी होम डेकोर प्रोडक्ट्स कंपनी ओमा लिविंग, और प्रीमियम कंपोनेंट मैन्युफैक्चरिंग कम्प्निअपर टेक्नोलोजीज प्रा लिमिटेड भी शामिल है।

हीरो मोटर्स कंपनी (एचएमसी) के स्वामित्व वाले हीरो इंटरनेशनल की सहायक कंपनियां इनसिंक और एचएनएफ हैं। एचएमसी के पास हीरो साइकिल का भी स्वामित्व है।

एचएमसी के पास कई प्लांट्स का एक नेटवर्क है। ये प्लांट लुधियाना (पंजाब), गाजियाबाद (यूपी), बिहटा (बिहार) और कोलंबो (श्रीलंका) में स्थित है। एचएमसी के पास एक ऑटोमोटिव डिवीजन भी है जो प्रीमियम यूरोपीय और जापानी ऑटोमोटिव ओईएम को हाई-प्रीसिजन (सटीक) कम्पोनेंट्स की सप्लाई करता है।

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