अमावस्या के दिन घर पर करें यह उपाय

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भारत।

दिनांक – 29 अप्रैल 2022

दिन – शुक्रवार

विक्रम संवत – 2079 (गुजरात-2078)

शक संवत -1944

अयन – उत्तरायण

ऋतु – ग्रीष्म ऋतु

मास – वैशाख (गुजरात एवं महाराष्ट्र के अनुसार चैत्र )

पक्ष – कृष्ण

तिथि – चतुर्दशी रात्रि 12:57 तक तत्पश्चात अमावस्या

नक्षत्र – रेवती शाम 06:43 तक तत्पश्चात अश्विनी

योग – विषकंभ शाम 03:43 तक तत्पश्चात प्रीति

राहुकाल – सुबह 11:00 से दोपहर 12:36 तक

सूर्योदय – 06:10

सूर्यास्त – 19:01

दिशाशूल – पश्चिम दिशा में

व्रत पर्व विवरण – मासिक शिवरात्रि

विशेष

चतुर्दशी और अमावस्या के दिन स्त्री-सहवास तथा तिल का तेल खाना और लगाना निषिद्ध है। (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-38)

नकारात्मक ऊर्जा मिटाने के लिए

30 अप्रैल 2022 शनिवार को अमावस्या है।

घर में हर अमावस अथवा हर १५ दिन में पानी में खड़ा नमक (१ लीटर पानी में ५० ग्राम खड़ा नमक) डालकर पोछा लगायें । इससे नेगेटिव एनेर्जी चली जाएगी अथवा खड़ा नमक के स्थान पर गौझरण अर्क भी डाल सकते हैं ।

अमावस्या

🙏🏻 *अमावस्या के दिन जो वृक्ष, लता आदि को काटता है अथवा उनका एक पत्ता भी तोड़ता है, उसे ब्रह्महत्या का पाप लगता है।

धन-धान्य व सुख-संम्पदा के लिए

हर अमावस्या को घर में एक छोटा सा आहुति प्रयोग करें।

सामग्री :

१. काले तिल, २. जौं, ३. चावल, ४. गाय का घी, ५. चंदन पाउडर, ६. गूगल, ७. गुड़, ८. देशी कर्पूर, गौ चंदन या कण्डा।

विधि:

गौ चंदन या कण्डे को किसी बर्तन में डालकर हवनकुंड बना लें, फिर उपरोक्त ८ वस्तुओं के मिश्रण से तैयार सामग्री से, घर के सभी सदस्य एकत्रित होकर नीचे दिये गये देवताओं की १-१ आहुति दें।

आहुति मंत्र

१. ॐ कुल देवताभ्यो नमः

२. ॐ ग्राम देवताभ्यो नमः

३. ॐ ग्रह देवताभ्यो नमः

४. ॐ लक्ष्मीपति देवताभ्यो नमः

५. ॐ विघ्नविनाशक देवताभ्यो नमः

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