हमीरपुर 2 जून, 2020। कोविड-19 महामारी के दौरान हेल्थ विभाग में बेखौफ चला भ्रष्टाचार रुकने का नाम नहीं ले रहा है। एक से एक नए भ्रष्टाचारों का सिलसिला निरंतर जारी है।
यह बात राज्य कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष एवं विधायक राजेंद्र राणा ने यहां जारी प्रेस बयान में कही है। उन्होंने कहा कि अब वेंटीलेटर घोटाला समाचारों की सुर्खियां बना है, जिसमें लाखों के बारे-न्यारों के आरोप लगे हैं।
समाचारों में लगे भ्रष्टाचार के आरोपों पर भरोसा करें तो हेल्थ विभाग ने 3 लाख के वेंटीलेटर 10 लाख में खरीदे हैं। बताया जाता है कि यह तमाम वेंटीलेटर मेड इन चाइना हैं, जबकि इसी तरह के कुछ वेंटीलेटर पड़ोसी राज्य में 3 लाख में खरीदे गए हैं।
इस मामले पर पहली प्रतिक्रिया देते हुए हेल्थ विभाग के एडिशनल चीफ सेके्रटरी ने सरकार का बचाव करते हुए अपना रटा रटाया संवाद दोहराया है कि वेंटीलेटर खरीद में वित्तिय अनियमतताओं की शिकायत आई है जिसकी जांच चल रही है।
नए वेंटीलेटर भ्रष्टाचार के इस कारनामे पर सरकार अभी भी हमेशा की तरह खामोश है लेकिन जानकारी यह है कि सत्तासीन सरकार से संबंध रखने वाले असंतुष्टों व रुष्टों में से कुछ लोगों ने हिमाचल सरकार के हेल्थ विभाग में चले इस बेखौफ भ्रष्टाचार की शिकायत दिल्ली दरबार पीएमओ तक भी पहुंचा दी गई है।
जिस कारण से अब वेंटीलेटर भ्रष्टाचार का यह खुलासा हेल्थ विभाग की नई क्रप्शन कड़ी में जुड़ा है। अब देखना यह है कि सरकार पहले की तरह ही इस भ्रष्टाचार मामले में भी जांच-जांच का खेल खेलती है या इस मामले में कोई निष्पक्ष जांच करवाकर मामला जन अदालत में लाती है।
राणा ने कहा कि बस अब बीजेपी के भ्रष्टाचार का मामला हद से गुजर गया है। अब सरकार हेल्थ विभाग में हुई तमाम खरीदों का ब्यौरा जन अदालत में रखकर इस मामले पर तुरंत स्थिति सपष्ट करे।