विधानसभा का मॉनसून सत्र हुआ शुरू, पूर्व राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी को दी श्रधांजलि

Spread with love

शिमला। प्रदेश की 13वीं विधानसभा का 9वां सत्र आज दोपहर 2 बजे से शुरू हो गया।

सत्र शुरू होते ही विधानसभा अध्यक्ष विपिन सिंह परमार ने सदन को सम्बोधित करते हुए कोरोना से बचाव के लिए उठाए गए कदमों से सदन को अवगत करवाया।

उन्होंने कहा कि 10 दिनों तक चलने वाले सत्र में 900 से ज्यादा प्रश्न पूछे जाएंगे।

उन्होंने कहा कि कोरोना काल में प्रदेश की अर्थव्यवस्था किस तरह पटरी पर लाई जाए, उसके बारे विधानसभा सदस्य सुझाव दें ताकि उनपर अमलीजामा पहनाया जा सके।

सदन में पूर्व राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी को श्रद्धांजलि दी गयी। मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने कहा कि 31 अगस्त को पूर्व राष्ट्रपति का 84 वर्ष की आयु में निधन हो गया था। उन्होंने कहा कि पूर्व राष्ट्रपति राजनीति के क्षेत्र में एक महान विभूति थे।

मुख्यमंत्री ने कहा कि बतौर राष्ट्रपति उन्होंने प्रदेश विधानसभा को सम्बोधित किया। उनका व्यक्तित्व हट कर था।

उन्होंने दिवंगत आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की।

मुख्यमंत्री ने पूर्व विधायक चन्द्रवर्कर, जिनका 89 वर्ष की आयु में निधन हो गया, की मृत्यु पर भी शोक जताया।

जय राम ठाकुर ने पूर्व विधायक राकेश वर्मा के निधन पर भी सदन में शोक जताया।

मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने प्रदेश के 11 जवान, जो इस वर्ष 23 मार्च के बाद शहीद हुए, की शहादत पर उनको नमन किया और श्रधांजलि अर्पित की। सदन की ओर से मुख्यमंत्री ने उनकी शहादत पर दुख प्रकट किया।

मुख्यमंत्री ने कोरोना से प्रदेश में 53 लोगों की मौत पर दुख जताया। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार कोरोना से बचाव के लिए हर कदम उठा रही है।

नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री ने पूर्व राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी, पूर्व विधायकों चंद्रवर्कर और राकेश वर्मा के निधन पर शोक जताया।

उन्होंने कहा कि पूर्व राष्ट्रपति ने जब इस सदन को संबोधित किया तो वो अपनी एक छाप सब पर छोड़ गए।

नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि बहुत सी लंबित दया याचिकाओं का पूर्व राष्ट्रपति ने निपटारा किया।

मुकेश अग्निहोत्री ने प्रदेश के 11 शहीद जवानों को श्रद्धा सुमन अर्पित किए। उन्होंने कोविड काल में देश और प्रदेश में लोगों के निधन पर भी अपनी और कांग्रेस पार्टी की ओर से शोक व्यक्त किया।

इस शोकोदगार में संसदीय कार्य मंत्री सुरेश भारद्वाज, कांग्रेस विधायक आशा कुमारी, वन मंत्री राकेश पठानिया, सुखविंदर सिंह सुक्खू, राकेश सिंघा ने भी खुद को सम्मिलित कर अपनी सम्वेदनाएँ प्रकट कीं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: