शिमला। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डाॅ सुरेखा चौपड़ा ने बताया कि पीएनडीटी एक्ट कार्यान्वयन समिति समय-समय पर जिला में कार्यरत निजी अल्ट्रा साउंड क्लिनिकों का औचक निरीक्षण करती रहती है, ताकि कन्या भ्रूण हत्या पर अंकुश लगाया जा सके और प्रदेश में लिंगानुपात की दर सामान्य बनी रहे।
उन्होंने बताया कि लिंगानुपात के संरक्षण में सुन्नी चिकित्सा खण्ड को 5 लाख रुपये की प्रोत्साहन राशि प्रदान की गई है तथा खण्ड चिकित्सा अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए हैं कि वे अपने कार्य क्षेत्र में पीएनडीटी एक्ट को लागू करने में पूर्ण सहयोग दें।