शिमला। प्रदेश की राजधानी और पहाड़ों की रानी में सीजन का पहला हिमपात हो गया है। बर्फबारी का दौर कल रात से ही शुरू हो गया था और सुबह हर तरफ सफेद चांदी ही नजर आ रही है।
शिमलवासियों को आज सुबह उठते ही कुदरत का सुंदर नजारा देखने को मिला। चारों ओर सिर्फ बर्फ की चादर ही नजर आ रही है।
बात चाहे फिर सड़कों की हो, पेड़-पौधों की या फिर गाड़ियों की, सब पर सफेद चांदी ही नजर आ रही है।
वैसे तो इस सीजन में पहले भी शिमला में हिमपात शुरू हुआ पर वह सिर्फ कुछ समय के लिए ही चला और कुछ ऊंचाई वाले इलाकों में ही बर्फ टिक पाई।
इस बर्फबारी से उन पर्यटकों को कुदरत ने वो सौगात दी है जिसके लिए उन्होंने पहाड़ों की रानी का रुख किया था। पर्यटकों के चेहरे इस हिमपात पर खिल उठे हैं और उनका शिमला आना उन्हें सफल महसूस हो रहा होगा।
पुलिस के अनुसार कल सुबह 8 बजे से लेकर रात 10 बजे तक सोलन से 7245 गाड़ियां शिमला की ओर आयी थीं वहीं शिमला से सोलन की ओर जाने वाली गाड़ियों की संख्या 5060 रही।
इस हिमपात से स्थानीय कारोबारियों के चेहरे भी खिल उठे हैं। कोरोना की मार से जूझ रहे कारोबारी इस हिमपात के बाद अपने कारोबार में आशातीत बढ़ोतरी की उम्मीद कर रहे हैं।
विशेषतौर पर होटल, रेस्टोरेंट, गर्म कपड़े का व्यापार और पर्यटन से जुड़े कारोबारियों के लिए साल के अंतिम सप्ताह में होने वाला हिमपात सोने पर सुहागा जैसा ही है।
वहीं किसानों व बागवानों के लिए भी यह बारिश और बर्फबारी किसी सौगात से कम नहीं है। काफी समय से प्रदेश में ड्राई स्पेल चल रहा था। इससे खेतों को जो नमी चाहिए उसकी भरपाई हो पाएगी।
वहीं सूखी ठंड पड़ने से बीमारियों का दौर भी जारी था जिसके अब खत्म होने के आसार बढ़ गए हैं।
इसके साथ ही इस बर्फबारी से परेशानियां भी बढ़ेंगी। सड़क मार्ग पर फ़िसलन हो सकती है। रात में यात्रा से बचना चाहिए और गाड़ी चलाते समय सावधानी बरतनी चाहिए।