हमीरपुर। ईवीएम की विश्वसनीयता पर पहले भी सवाल उठते रहे हैं और अब भी विश्लेषकों द्वारा ईवीएम हैकिंग का मुद्दा उठाया जा रहा है, जिससे जनता का लोकतंत्र से विश्वास भी उठने लगा है।
यह बात प्रदेश कांग्रेस उपाध्यक्ष एवं सुजानपुर के विधायक राजेंद्र राणा ने यहां से जारी प्रेस विज्ञप्ति में कही। उन्होंने कहा कि पिछले कुछ अरसे से हो रहे विधानसभा व लोकसभा चुनाव व उपचुनावों में जिस तरह के नतीजे आ रहे हैं, उससे यही लगता है कि बड़ा मास्टर गेमप्लान रचा गया है, ताकि जनता समझ भी न सके और अपना काम भी पूरा हो जाए।
उन्होंने कहा कि जिन देशों ने ईवीएम से चुनाव शुरू करवाए थे, उन देशों ने भी हैकिंग के खतरे को भांपते हुए पुरानी पद्धति बैलेट पेपर का ही सहारा ले लिया है, ताकि मतदाताओं में लोकतंत्र की गरिमा व समयमान बरकरार रहे।
लोकतंत्र में जनता ही सरकार चुनती है तथा जनता भी अब बैलेट पेपर से चुनाव करवाने की हिमायत कर रही है। उन्होंने कहा कि बैलेट पेपर से चुनाव करवाने में हालांकि वक्त लगता है, लेकिन जनता का लोकतंत्र में विश्वास बना रहेगा।
उन्होंने कहा कि अगर केंद्र सरकार चाहती है कि लोकतांत्रिक चुनावी प्रणाली पर जनता विश्वास न खोएं तो बैलेट पेपर से चुनाव करवाए जाएं। विधायक राजेंद्र राणा ने कहा कि बैलेट पेपर से चुनाव करवाने पर भाजपा को भी पता चल जाएगा कि उनका देश में कितना ग्राफ बढ़ा या घटा है।
उन्होंने कहा कि अगर भाजपा मानती है कि बैलेट पेपर से चुनाव करवाकर भी उन्हें कोई फर्क नहीं पड़ेगा तो सभी राजनीतिक दलों की मांग को मानते हुए पुरानी पद्धति से चुनाव करवाए जाएं जिससे दूध का दूध और पानी का पानी साफ हो जाएगा।