हमीरपुर, 24 जून, 2020। भाजपा द्वारा बाहरी राज्यों से नौकरी व काम धंधे गंवाकर आए लोगों का डाटा तैयार करने के उपायुक्तों को निर्देश देने के निर्णय वाली बात अच्छी है।
यह कांग्रेस की ही सोच थी, जिसे उन्होंने अपनाया, लेकिन अब मनरेगा को सुदृढ़ कर 100 दिन के बदले 200 दिन का रोजगार दें व मनरेगा में मेहनताना भी बढ़ाएं तो और इसे बेहतर कुछ नहीं होगा।
यह बात प्रदेश कांग्रेस सोशल मीडिया के चेयरमैन अभिषेक राणा ने जारी प्रेस विज्ञप्ति में कही। अभिषेक राणा ने कहा कि लॉकडाऊन के दौरान कांग्रेस पार्टी के नेता मांग कर रहे थे कि दूसरे राज्यों से आ रहे लोगों का डाटा तैयार कर उनके रोजगार की दिशा में काम करना चाहिए।
उस समय भाजपा के नेता कांग्रेसी नेताओं का मजाक भी उठा रहे थे लेकिन यह भी अच्छी बात है कि देर आए, दुरुस्त आए। इस समय बाहरी राज्यों से आए अधिकतर युवा व अन्य लोग मनरेगा में ही काम कर रहे हैं।
वैसे भी प्रदेश सरकार करोड़ों रुपए केंद्र सरकार से मिलने की बात कर रही है तो अब प्रदेश सरकार को चाहिए कि उन बेरोजगार हुए लोगों के लिए मनरेगा को सुदृढ़ किया जाए, ताकि वे अपने परिवार को पालन-पोषण कर सकें। इसके लिए प्रदेश सरकार द्वारा केंद्र सरकार से भी इस मुद्दे की पैरवी करनी चाहिए।