हमीरपुर। प्रदेश कांग्रेस सोशल मीडिया के चेयरमैन अभिषेक राणा ने कहा कि पंचायत चुनावों को लेकर सरकार और प्रशासन में तालमेल की कमी स्पष्ट नजर आ रही है। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र की प्राइमरी प्रणाली को लेकर सरकार सपष्ट करे कि नई पंचायतों का गठन किया जा रहा है या नहीं?
सरकार के अपने बयान विरोधाभासी हैं। एक तरफ सरकार कह रही है कि कोविड संकट के कारण बजट का टोटा चल रहा है, जिसके चलते सरकारी कर्मचारियों के वेतन काटे जा रहे हैं, वहीं दूसरी ओर सरकार नई पंचायतों के गठन की बात कर रही है।
अगर मौजुदा दौर में प्रदेश सरकार के पास पर्याप्त बजट नहीं है तो नई पंचायतों का गठन करने की आवश्यकता क्या है। अभिषेक ने कहा कि एक तरफ तो पंचायती राज मंत्री पंचायत चुनावों को लेकर अलग बयान दे रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ पंचायती राज के वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी अलग बयान दे रहे हैं। अभिषेक ने कहा कि पंचायत चुनावों के लिए कांग्रेस पार्टी ने पूरी तरह से तैयार है।
अभिषेक राणा ने कहा कि कांग्रेस पार्टी प्रदेश सरकार से कोविड संकट के दौरान हुए बेरोजगारों को लेकर सवाल उठा रही है कि मौजूदा दौर में कोरोना काल में बेरोजगार हुए युवाओं का सरकार डाटा तैयार करे, लेकिन प्रदेश सरकार अभी तक धरातल पर बेरोजगार हुए युवाओं का डाटा तक तैयार नहीं कर पाई है जो कि बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है।
ऐसा लग रहा है कि प्रदेश सरकार को नौकरी गंवा चुके युवाओं की जैसे कोई चिंता ही नहीं हैं। जब तक सरकार बेरोजगारों का आंकड़ा तैयार नहीं करेगी तब तक बेरोजगार युवाओं के लिए कोई स्पष्ट नीति नहीं बनाई जा सकती है।