शिमला। बालिकाओं को समाज में प्रगति के समान अवसर दिलाने के लिए हम सब को मिलकर सक्रिय प्रयास करने होंगे। यह विचार आज राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष डाॅ डेजी ठाकुर ने अंतर्राष्ट्रीय बालिका दिवस के अवसर पर महिला एवं बाल विकास विभाग एवं जिला प्रशासन के संयुक्त तत्वाधान् में आयोजित कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए बचत भवन में व्यक्त किए।
उन्होंने कहा कि समाज में लैंगिक असमानता को दूर करने के लिए जागरूकता और जानकारी प्रदान करनी आवश्यक है। उन्होंने कहा कि हमें बालिकाओं के स्वास्थ्य, शिक्षा, बौद्धिक विकास के लिए सकारात्मक सोच अपनाते हुए आगे बढ़ना है।
उन्होंने कहा कि महिलाओं को यह आवश्यक है कि वह संस्कारों और मूल्यों पर आधारित विचारों को बढ़ाने के लिए अपना सहयोग प्रदान करें।
इस अवसर पर उन्होंने ‘बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओं’ योजना की सफलता और समान लिंगानुपात तथा बेटियों को समानता प्रदान करने की शपथ भी दिलाई।
उन्होंने राज्य महिला आयोग के तहत महिलाओं के लिए किए जा रहे कार्यों का भी उल्लेख किया।
उन्होंने आज ‘बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओं’ योजना के अंतर्गत ग्रामीण परिवेश से निकल कर विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य करने वाली महिलाओं को सम्मानित किया, जिसके तहत एरिका, तसलीमा खातून, सुहानी, रिचा शर्मा, निधि, अनुशा, पूजा कश्यप, भारती कश्यप, एलीजा नेगी, गीताजंलि ठाकुर, मनीशा शर्मा, डाॅ मिताली, डाॅ गरिमा सिंह, कमल प्रीत कौर, उरवशी ठाकुर, प्रीतिका ठाकुर, प्रथा शांडिल्य, दिव्या नेगी, अंकिता आर्य, दिक्षा, अनितिका, अनिता ठाकुर, सुनीता वर्मा तथा निधि ठाकुर को सम्मानित किया।
उन्होंने कोविड संकटकाल के दौरान लोगों को जागरूक करने तथा मास्क बनाकर जरूरतमंदों को उपलब्ध करवाने के लिए निलाक्षी तथा पूर्वा शर्मा को भी सम्मान प्रदान किया। पोषण अभियान की सफलता के लिए कार्य करने वाली आंगनबाड़ी कार्यकर्ता उमा, आशा कार्यकर्ता निशा, एएनएम मीरा ठाकुर, आंगनबाड़ी सहायिक रेनुका और सुशीला को भी सम्मानित किया।
उन्होंने आज अपने क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाली इन बालिकाओं के होर्डिंग का भी विमोचन किया, जो जिला के विभिन्न क्षेत्रों में लगाए जाएंगे।
इस अवसर पर ‘बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओं’ योजना के तहत जिला प्रशासन द्वारा किए गए कार्यों पर आधारित वृत चित्र एक सफर, महिला सशक्तिकरण पर आधारित वृत चित्र फस्र्ट लेडी और महिला सुरक्षा पर आधारित वृत चित्र का भी प्रदर्शन किया गया।