हमीरपुर। प्रदेश कांग्रेस उपाध्यक्ष एवं सुजानपुर के विधायक राजेंद्र राणा ने कहा है कि 3 माह के ड्राई स्पैल के बाद प्रदेश में हुई बर्फबारी व बारिश से जनता व किसानों-बागवानों को राहत मिली है, लेकिन इस दौरान होने वाली प्राकृतिक आपदाओं से निपटने की प्रदेश सरकार की कोई तैयारी नजर नहीं आ रही है।
जारी प्रेस विज्ञप्ति में उन्होंने कहा कि प्री-डिजास्टर मैनेजमेंट करने में सरकार पहले की तरह बैकफुट पर है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार कभी भी समय रहते नहीं संभलती है।
प्रदेश में 50 से अधिक संपर्क मार्गों का अवरूद्ध होना व तकरीबन इतने ही बस रूट प्रभावित होना इसका उदाहरण है। अगर सरकार की आपदाओं से निपटने की पूर्व सुनियोजित तैयारी होती तो प्रदेश की जनता को परेशान न होना पड़ता।
विधायक ने कहा कि 3 माह बाद हुई पहली बारिश व बर्फबारी से ही जनता का जन-जीवन अस्त-व्यस्त होकर रह गया तथा ऊपरी हिमाचल में सरकार की इसी सुस्त रवैये के चलते रोजमर्रा की खाद्य पदार्थों की आपूर्ति भी नहीं हो पाई।
उन्होंने कहा कि मौसम विभाग की ओर से बारिश व हिमपात का पूर्वानुमान बताने के बावजूद सरकार द्वारा आपदाओं से निपटने की तैयारी न करना चिंता जनक है, क्योंकि सड़कों की हालत पहले ही बिगड़ी हुई है।
उन्होंने कहा कि 7 से 11 दिसम्बर तक धर्मशाला में आयोजित होने जा रहे शीतकालीन सत्र में प्रदेश सरकार से आपदा से निपटने की पूर्व सुनियोजित तैयारियों से लेकर हर प्रादेशिक ज्वलंत मुद्दे को लेकर सवाल पूछे जाएंगे, क्योंकि वर्तमान सरकार में बेरोजगारी, महंगाई के साथ माफिया राज पनपा है, जिसके कारण जनता परेशान व हताश है।