हमीरपुर। सीमेंट के दामों में 15 से 25 रुपए का इजाफा करके जयराम सरकार ने फिर से प्रदेश की जनता को बीजेपी द्वारा चुनाव से पहले किए गए वायदे के मुताबिक अच्छे दिनों की याद दिलाते हुए कोविड-19 काल में फिर से तगड़ा झटका दिया है।
यह बयान राज्य कांग्रेस उपाध्यक्ष एवं विधायक राजेंद्र राणा ने यहां जारी प्रेस विज्ञप्ति में दिया है। राणा ने कहा कि हैरानी यह है कि बीजेपी की सरकार के बनने के बाद सीमेंट के दामों में लगातार 175 रुपए प्रति बोरी का इजाफा किया गया है।
उन्होंने कहा कि हैरानी यह है कि पत्थर हिमाचल प्रदेश के, पहाड़ हिमाचल प्रदेश के, खराब होती सड़कें हिमाचल प्रदेश की, प्रदूषण मिले हिमाचल प्रदेश के लोगों को और महंगे सीमेंट की सजा भी हिमाचल प्रदेश की जनता को दी जा रही है।
राणा ने कहा कि राज्य के बाहर प्रदेश में बनने वाले सीमेंट के दाम कम हैं, जबकि राज्य की जनता को महंगे दामों पर सीमेंट बेचा जा रहा है। यह दोहरी सजा बीजेपी जनता को किस कसूर की दे रही है। यह सरकार को बताना होगा।
राणा ने कहा कि जब प्रदेश में कांग्रेस की सरकार सत्तासीन थी तो सीमेंट के दाम 260 रुपए प्रति बोरी थे और बीजेपी ने सत्ता में आते ही सीमेंट के दामों को धीरे-धीरे बढ़ाकर आसमान पर पहुंचा दिया है और अब प्रदेश में सीमेंट 420-430 रुपए प्रति बैग बेचा जा रहा है।
सीमेंट की इस बढ़ोतरी से प्रदेश में चल रहे छिटपुट जनता के व्यक्तिगत विकास को भी बंद करने का अब सरकार ने इंतजाम कर दिया है। जबकि सरकारी तौर पर तो समूचे प्रदेश में ही विकास कार्य बंद पड़े हैं।
आर्थिक संकट से जूझ रही जनता जैसे-कैसे अपने छोटे-मोटे निर्माण कार्य करवा रही थी लेकिन अब सरकार ने फिर से सीमेंट के दाम बढ़ाकर उनको भी बंद करवाने का काम किया है।
राणा ने कहा कि सरकार की यह मनमानी बेशक इस वक्त जनता पर भारी पड़ रही है लेकिन यह तय है कि जनता सत्ता की इस मनमानी का हिसाब बीजेपी से जरूर करेगी।
हिमाचल में सीमेंट के दाम बेतहाशा बढ़ने से अब जनता परेशान है और सीमेंट के दामों की बढ़ोतरी से मची लूट जनता के आक्रोश को निरंतर बढ़ा रही है।