शिमला। उपायुक्त शिमला आदित्य नेगी ने यहां बताया कि जिला में कोविड-19 महामारी से बचाव के संबंध में जन समुदाय को जागरूक करने के लिए जन आंदोलन चलाया जा रहा है। उन्होंने बताया कि जन अभियान के तहत जिला के सभी विकास खण्डों की समस्त ग्राम पंचायतों में कोरोना वायरस से बचाव करने के तरीकों के प्रति जानकारी व जागरूकता प्रदान की जाएगी।
उन्होंने बताया कि इस संबंध में सोशल मीडिया के अंतर्गत व्हट्सऐप, फेसबुक तथा अन्य माध्यमों से भी ग्राम पंचायतों में जानकारी प्रचारित व प्रसारित की जाएगी। जन आंदोलन अभियान के तहत कोरोना जागरूकता वैन विभिन्न विकास खण्डों के प्रत्येक गांव में जाकर इस संबंध में संदेश सम्प्रेषित कर जन समुदाय को जागरूक किया जाएगा।
उन्होंने बताया कि अभियान के तहत स्कूलों में कोविड-19 पर नारा लेखन, चित्रकला प्रतियोगिता आयोजित की जाएगी। विकास खण्ड व मण्डल स्तर पर नियमित अंतराल पर आयोजित विभिन्न बैंठकों में भी कोविड-19 से बचाव के बारे में चर्चा कर जानकारी प्रचारित व प्रसारित की जाएगी।
पंचायत प्रधान व वार्ड सदस्यों द्वारा प्रत्येक ग्राम पंचायत व वार्ड का दौरा कर इस संबंध में संवाद कायम कर जागृति प्रदान की जाएगी। जिन लोगों मंे कोविड-19 के लक्षण दिखाई देते हैं उनकी कोविड जांच करवाई जाएगी तथा जिनको मधुमेह, लीवर, गुर्दे की बीमारी, कैंसर, दमा, हृदय रोग की समस्या है को डाॅक्टरी परामर्श लेने तथा कोविड जांच करवाने के लिए प्रेरित किया जाएगा।
उन्होंने बताया कि 60 साल से अधिक आयु के वरिष्ठ नागरिकों को कोविड-19 महामारी के चलते अतिरिक्त देखभाल की जरूरत के अनुरूप लोगों को जानकारी प्रदान की जाएगी तथा जिनके घरों में वरिष्ठ नागरिक अथवा इन बीमारियों से संबंधित रोगी हो उनके परिवारजनों को भी कोविड जांच करवाने के लिए इस अभियान के तहत प्रेरित किया जाएगा।
उन्होंने बताया कि ग्राम पंचायतों में बने सामुदायिक शौचालयों, प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतर्गत बने घरों, महिला मंडलों व पंचायत घरों की दीवारों पर कोविड-19 से बचाव के तरीकों को चित्रित किया जाएगा।
यह अभियान अगले 15 दिनों तक समस्त विकास खण्डों में चलाया जाएगा तथा इस अभियान के अंतर्गत आयोजित की गई गतिविधियों के बारे में विस्तृत रिपोर्ट भी तैयार की जाएगी जिससे कि इस अभियान की सफलता का आंकलन किया जा सकेगा।
उन्होंने बताया कि इस पूरे अभियान द्वारा जन समुदाय में इस विचार को आत्मसात करने का प्रयास किया जाएगा कि यदि उपयुक्त सावधानी बरती जाए तो बिना भय के इस महामारी से बचा जा सकता है तथा जन जीवन भी सामान्य रूप से चलाया जा सकता है व यदि किसी को भी कोरोना के लक्षण दिखाई देते है तो उसे बीमारी छिपानी नहीं है तथा चिकित्सालय में जाकर उपयुक्त परामर्श लेना है व उपचार करना है।