शिमला। प्रदेश सरकार द्वारा सामाजिक सुरक्षा प्रदान कर समावेशी समाज की स्थापना करने तथा वंचित वर्ग को विकास की मुख्य धारा में जोड़ने तथा आर्थिक संबल प्रदान करने के लिए उपयुक्त समर्थन दिया जा रहा है ताकि यह वर्ग सुरक्षित और प्रतिष्ठित जीवनयापन कर सके।
इस वर्ग को आर्थिक, सामाजिक और पुर्नवास कार्यक्रम के माध्यम से सुविधाएं भी प्रदान की जा रही है।
जिला शिमला में कोविड-19 महामारी के दौरान लाॅकडाउन की स्थिति में भी पात्र लोगों को पेंशन उपलब्ध करवाने के लिए विभाग द्वारा निरंतर प्रयास किए गए ताकि पेंशन धारकों को इस दौरान किसी अनुचित स्थिति का सामना न करना पड़े।
लाॅकडाउन के तहत पेंशन वितरण के लिए डाक व बैंकिग सेवा का उपयोग किया गया ताकि लोगों को उनके घरद्वार पर पेंशन सुविधा प्रदान की जा सके तथा सामाजिक दूरी बनाएं रखने तथा लाॅकडाउन में बाहर न निकलने आदि मानकों की अनुपालना भी सुनिश्चित की जा सके।
जिला में इस तिमाही के दौरान लगभग 4408 पात्र नए लोगों को सामाजिक सुरक्षा पेंशन प्रदान की गई। लाॅकडाउन में आर्थिक ठहराव में दी गई राशि ने पेंशन प्राप्त करने वाले लोगों को राहत प्रदान की।
इसके तहत 70 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के 1018 वृद्धजनों को यह पेंशन कोरोना संकटकाल में नई आशा की किरण लेकर आई। इसके अतिरिक्त 60 वर्ष आयु वृद्धावस्था में 3524, विधवा पेंशन में 556, दिव्यांगजनों में 327 तथा कुष्ठ रोगी पुर्नवास भत्ते के तहत एक व्यक्ति को पहली बार इस तिमाही के दौरान पेंशन प्रदान की गई।
जिला में लक्षित 62755 विभिन्न पेंशन धारकों में से 6146 पेंशन धारकों को 22 करोड़ 76 लाख 52 हजार रुपये तिमाही पेंशन के रूप में वितरित किए गए। 60749 व्यक्तियों की पेंशन जो कि लगभग 22 करोड़ 51 लाख 59 हजार की राशि डाक के माध्यम से जबकि 24 लाख 93 हजार 150 रुपये की राशि पात्र पेंशन धारकों को तिमाही के दौरान प्रदान की गई।
इंदिरा गांधी राष्ट्रीय वृद्धावस्था पेंशन योजना के तहत 1506 व्यक्तियों को 5,89,34,850 रुपये जबकि प्रदेश सरकार की वृद्धावस्था पेंशन योजना के तहत जिला में 27,997 लोगों को 10,76,19,900 रुपये की राशि, इंदिरा गांधी राष्ट्रीय विधवा पेंशन योजना के तहत 3004 पात्र व्यक्तियों को 1,24,07,700 रुपये, विधवा पेंशन योजना के तहत 9222 पात्र महिलाओं को 2,92,45,200 रुपये, इंदिरा गांधी राष्ट्रीय अपंग पेंशन योजना के तहत 37 व्यक्तियों को 1,66,500 रुपये तथा अपंग राहत भत्ता के तहत 5958 लोगों को 2,08,02,300 रुपये व कुष्ठ रोगी पुर्नवास भत्ते के तहत जिला में 180 रोगियों को 6,36,450 रुपये की राशि वितरित की गई।