हमीरपुर, 15 मई,2020। हमीरपुर उपमंडल की ग्राम पंचायत कक्कड़ के सीहरी गांव में कोरोना संक्रमित एक व्यक्ति का मामला सामने आने के उपरांत दो पंचायतों के 9 वार्डों को कंटेनमेंट जोन घोषित किया गया है। इन क्षेत्रों में कर्फ्यू में दी गई ढील भी समाप्त कर दी गई है। जिला दण्डाधिकारी श्री हरिकेश मीणा ने इस आशय के आदेश पारित किए हैं।
आदेशों के अनुसार 14 मई को स्वास्थ्य विभाग की ओर से बमसन तहसील की ग्राम पंचायत कक्कड़ के सीहरी गांव के एक व्यक्ति के कोविड-19 संक्रमित होने की पुष्टि की गई है।
ऐसे में क्षेत्र में कोविड-19 के संक्रमण को फैलने से रोकने तथा लोगों के जीवन, स्वास्थ्य एवं सुरक्षा के दृष्टिगत त्वरित कदम उठाए जाने की आवश्यकता है। इन परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए ग्राम पंचायत कक्कड़ के सभी पांच वार्ड तथा ग्राम पंचायत चरियां दी धार के वार्ड-1 (भरियां दी धार), वार्ड-2 (लम्बरा दी धार), वार्ड-3 (रंगड़ियां दी धार) तथा वार्ड-4 (पुराली) को कंटेनमेंट जोन में रखा गया है।
इन क्षेत्रों में बाहर से न तो कोई व्यक्ति अथवा वाहन भीतर जा सकेगा और न ही भीतर से बाहर आ सकेगा। केवल सरकारी सेवाओं में लगे व्यक्तियों एवं वाहनों को इसमें छूट रहेगी। इन क्षेत्रों में कर्फ्यू में दी गई ढील भी समाप्त कर दी गई है और यहां दुकानें तथा बैंक इत्यादि भी बंद रहेंगे।
दूध, किराना, फल-सब्जियां, दवाईयां, रसोई गैस सिलेंडर सहित सभी आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति स्थानीय प्रशासन के माध्यम से लोगों को घर पर ही की जाएगी।
आदेशों के अनुसार कोई भी व्यक्ति अपने घर से बाहर नहीं निकलेगा और पैदल अथवा वाहन में आवाजाही भी नहीं कर सकेगा। किसी भी व्यक्ति को इधर-उधर घूमने या सड़कों अथवा सार्वजनिक स्थलों पर टहलने या खड़े होने की अनुमति भी नहीं होगी। यह आदेश तुरंत प्रभाव से लागू हो गए हैं और आगामी आदेशों तक मान्य रहेंगे।
संक्रमित व्यक्ति के 50 प्राथमिक सम्पर्कों की पहचान
मीणा ने कहा कि सीहरी गांव के संक्रमित व्यक्ति के प्राथमिक एवं द्वितयिक सम्पर्कों के बारे में जानकारी एकत्र की जा रही है। अभी तक इस व्यक्ति के लगभग 50 प्राथमिक सम्पर्कों की पहचान कर ली गई है।
इनके नमूने एकत्र कर जांच हेतु भेजे जा रहे हैं। इसके अतिरिक्त कंटेनमेंट जोन में लगभग तीन हजार लोगों की स्क्रीनिंग के लिए विशेष अभियान चलाया जाएगा और अधिकतम नमूने एकत्र करने का लक्ष्य रखा गया है।
उन्होंने कहा कि इस व्यक्ति का बाहरी राज्यों इत्यादि से कोई यात्रा इतिहास (ट्रेवल हिस्ट्री) नहीं रहा है। ऐसे में यह गृह-संगरोध में भी नहीं था और कोई लक्षण भी इसमें नहीं थे।
हालांकि यह दिल्ली से बजरोल गांव लौटे अपने एक नजदीकी रिश्तेदार के सम्पर्क में आने के बाद संक्रमित पाया गया है जोकि इनके घर पर रूका था।
उस व्यक्ति के कोविड-19 से संक्रमित होने की पुष्टि के उपरांत ऐहतियातन इसके भी नमूने जांच के लिए भेजे गए थे। उन्होंने सभी लोगों से आग्रह किया है कि वे बाहर से आने वाले लोगों के सम्पर्क में आने से बचें और गृह-संगरोध लोगों के परिजन भी उनसे पृथकवास बनाए रखते हुए घर से बाहर न निकलें।