कृषि, बागबानी, पशुपालन को बढ़ावा देने के लिए (आतमा) द्वारा खर्च किये जा रहे 221 लाख

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धर्मशाला। कृषि, बागबानी व पशुपालन को बढ़ावा देने के लिए कृषि प्रौद्योगिकी प्रबंध अभिकरण (आतमा) द्वारा वर्तमान वित वर्ष में विभिन्न गतिविधियों के लिए 221 लाख रुपये खर्च किये जाएंगे, जिसमें से 188 लाख रुपये खर्च किये जा चुके हैं।

यह जानकारी एडीसी राहुल कुमार ने आज डीआरडीए के सभागार में कृषि प्रौद्योगिकी प्रबन्ध अभिकरण (आतमा) की गवर्निग बोर्ड की बैठक की अध्यक्षता करते हुए दी। एडीसी ने कहा कि कृषि व सम्बद्ध विभागों के अधिकारी बेहतर तालमेल बनाकर आतमा स्कीम एवं सरकार द्वारा कृषकों के हित में चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं का सुचारू रूप से क्रियान्वयन करें।

इस दौरान एडीसी द्वारा ब्लॉक स्तर के 46 सर्वश्रेष्ठ किसान पुरस्कारों को मंजूरी दी गई। जिसमें कृषि विभाग के 16 किसान, पशु पालन विभाग के 15 किसान तथा बागवानी विभाग के 15 किसानों के लिए 4.60 लाख रुपये की राशि अनुमोदित कि गई। इसके अतिरिक्त स्वयं सहायता समूह के 2 ग्रुपों को 40 हजार रुपये की राशि अनुमादित की गई।

एडीसी ने बताया कि वर्तमान वित वर्ष में कांगड़ा जिला में 12000 किसानों को प्राकृतिक खेती के दायरे में लाया जाना था उसके एवज में 9952 किसान प्राकृतिक खेती के दायरे में लाये गये हैं। उन्होंने कहा कि किसानों का प्राकृतिक खेती की और रूझान बढ़ा है। उन्होंने बताया कि जिला कांगड़ा में वर्ष 2018 से अभी तक 24089 किसान प्राकृतिक खेती कर रहे हैं।

एडीसी ने बताया कि वर्तमान वित्त वर्ष में किसानों के लिए दो दिवसीय 345 प्रशिक्षण आयोजित किये गये जिसमें 7506 किसानों को प्रशिक्षण देकर सुभाष पालेकर प्राकृतिक खेती अपनाने के लिए प्रोत्साहित किया गया है। उन्होंने बताया कि प्राकृतिक खेती के अन्तर्गत 736 पंचायतों में यह प्रशिक्षण दे दिया गया है।

प्राकृतिक खेती को प्रोत्साहन देने के लिए 47 देसी गाय पर 25 हजार रुपये प्रति गाय अनुदान दिया गया है। गौशाला के फर्श को पक्का करने के लिए 247 किसानों को लाभान्वित किया गया है। इसके अतिरिक्त प्राकृतिक खेती के अन्तर्गत घटक बनाने के लिए 3385 प्लास्टिक ड्रम पर 75 प्रतिशत अनुदान के हिसाब से 3385 किसानों को लाभान्वित किया गया है।

संसाधन भंडार बनाने के लिए 10000 अनुदान प्रति किसान के हिसाब से 89 किसानों को लाभान्वित किया गया है।

इस दौरान पशु पालन विभाग के सहायक निदेशक डॉ संदीप मिश्रा ने कडकनाथ पोल्ट्री ब्रीड को बढ़ावा दने के लिए तथा डॉ संजय शर्मा, इन्चार्ज कृषि विज्ञान केन्द्र कांगड़ा द्वारा खडरपतवार को नियन्त्रण करने के लिए ब्रीफ प्रेजेंटेशन दी गई।

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