हमीरपुर। प्रदेश कांग्रेस उपाध्यक्ष एवं सुजानपुर के विधायक राजेंद्र राणा ने कहा है कि भारतीय राजनीति सबसे बुरे दौर से गुजर रही है। सत्ता में बैठे सियासतदानों को जनता की कोई परवाह नहीं है।
नए कृषि कानूनों को लाकर किसानों व कृषि को खत्म करने पर केंद्र सरकार तुली है। जारी प्रेस विज्ञप्ति में उन्होंने कहा कि देश का दुर्भाग्य है कि किसानों को अपने सुरक्षित भविष्य के लिए सड़कों पर बैठना पड़ रहा है।
इतने दिनों से किसान धरना-प्रदर्शन कर रहे हैं, लेकिन सरकार टस से मस नहीं हो रही है। विधायक राजेंद्र राणा ने कहा कि पैट्रोल-डीजल के दाम रोजाना बढ़ाकर आम आदमी का जीना दुश्वार किया जा रहा है। अगर यूं ही कीमतें बढ़ाई जाती रही तो महंगाई अपने सबसे खराब वक्त में होगी और बैलगाड़ियों को रखने का जमाना फिर शुरू हो जाएगा।
रविवार को ही पैट्रोल का दाम 28 पैसे व डीजल की कीमत 29 पैसे प्रति लीटर बढ़ा दी गई है। नवम्बर माह से अब तक तेल कंपनियों ने रिकार्ड तोड़ 5वीं बार तेल की कीमतों में बढ़ौतरी की है।
उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार के नक्शेकदम पर चलते हुए भावी प्रदेश सरकार का भी ऐसा ही हाल है। सरकार के वजीर अपनी डफली-अपना राग की स्थिति में हैं, जिन्होंने प्रदेश के मुखिया को भी गौण कर दिया है।
सरकार अपने फैसलों से हर समय पलट जाती है। नए कृषि कानूनों को लेकर प्रदेश के किसानों में भी रोष बढ़ता जा रहा है, लेकिन प्रदेश सरकार केंद्र के समक्ष किसानों की बात रखने से भी डर रही है। पूरे देश में केंद्र सरकार द्वारा डर का माहौल बनाया जा रहा है।
विधायक राजेंद्र राणा ने कहा कि वर्तमान केंद्र व प्रदेश सरकार में समाज का कोई भी वर्ग सुरक्षित नहीं है। बस द्वेष भावना से ही काम किए जा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि विश्व के इतिहास में केंद्र सरकार को काले कानूनों व अध्यादेशों के लिए जाना जाएगा, क्योंकि सरकार ने नोटबंदी, जीएसटी से जैसे आधी रात को कानून लाने के साथ अब देश के किसानों व भारतीय सेना के जवानों को भी नहीं बख्शा है।