शिमला। प्रदेश कांग्रेस के पूर्व सचिव एवं एआईसीसी के बिहार सीमांचल के कोआर्डिनेटर रहे अनिल गोयल ने केंद्र सरकार से किसानों की आवाज दबाने की बजाए उनसे बात करने की मांग की है।
उन्होंने यहां जारी बयान में कहा कि अन्नदाता के संवैधानिक अधिकारों का हनन करना गलत है। उन्होंने कहा कि किसान विरोधी नीतियों के कारण आज देश का किसान सडक़ों पर उतरने के लिए मजबूर है।
इस कारण उसे मजबूरन अपनी मांगों को मनवाने के लिए दिल्ली कूच करने के लिए विवश होना पड़ा है। उन्होंने आरोप लगाया कि नए कृषि कानूनों की आड़ में किसानों को फिर से गुलाम बनाने का षड्यंत रचा जा रहा है। ऐसे में किसानों का अल्टीमेटम देने के बाद उनका दिल्ली कूच करना कोई गलत कदम नहीं है।
उन्होंने किसानों पर लाठीचार्ज, आंसूगैस व पानी की बौछारें फैंके जाने की निंदा की। उन्होंने कहा कि यदि सरकार ने किसानों की बात को अनसुना किया तो इसके गंभीर परिणाम होंगे।