9 से 11 जून, 1989 में भाजपा द्वारा पालमपुर में आयोजित राष्ट्रीय कार्यसमिति की बैठक में पारित हुआ था मंदिर के निर्माण का प्रस्ताव
शिमला। भारतीय जनता पार्टी के महामंत्री त्रिलोक जमवाल ने शिमला से जारी एक प्रैस बयान में बताया कि 5 अगस्त को देश के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कर कमलों द्वारा प्रातः 11:30 से 12:30 के मध्य भगवान श्री राम के भव्य मंदिर का भूमि पूजन किया जाएगा।
कई दशकों से जिस ऐतिहासिक पल का हम सबको इंतजार था, वह समय आ गया है। हिंदू धर्म की आस्था का प्रतीक श्री राम जन्म भूमि के लिए हमारे कई नेताओं व कार्यकर्ताओं ने सड़क से लेकर न्यायालय तक लंबी लड़ाई लड़ी। अब जाकर उन नेताओं एवं कार्यकर्ताओं की तपस्या सफल हुई है और सर्वोच्च न्यायालय के निर्णय व केंद्र की मोदी सरकार के अथक प्रयासों से अयोध्या में भगवान श्री राम की भव्य मंदिर के निर्माण कार्य का सपना साकार होने जा रहा है।
यह दिन हिमाचल प्रदेश के लिए भी ऐतिहासिक दिन है, जब पांच अगस्त को अयोध्या में राम मंदिर के शिलान्यास के साथ ही पालमपुर का नाम भी इतिहास में दर्ज हो जाएगा।
1989 में 9 से 11 जून तक भाजपा द्वारा पालमपुर में आयोजित राष्ट्रीय कार्यसमिति की बैठक में अयोध्या में राम जन्मभूमि पर मंदिर के निर्माण को लेकर प्रस्ताव पारित किया गया था।
इस बैठक की व्यवस्था की जिम्मेदारी शांता कुमार को दी गई थी और बैठक में अटल बिहारी वाजपेयी, लाल कृष्ण अडवाणी, विजय राजे सिंधिया सहित अनेक भाजपा नेताओं ने शिरकत की थी।
उसी वर्ष दिसंबर में हुए आम चुनाव में भाजपा ने राम मंदिर के निर्माण की बात अपने चुनावी घोषणापत्र में पहली बार कही थी ।
उन्होंने बताया कि इस शुभ अवसर पर भाजपा का प्रत्येक कार्यकर्ता अपने-अपने घर में घी के दिए जलाएगा, अपने घर में साज सज्जा करेगा और राम जन्मभूमि राम मंदिर व भगवान श्री राम के चित्र लगाएगा।
इस ऐतिहासिक दिन, जिसका हमने कई वर्षों से इंतजार किया है, इसे बड़ी दिवाली के पर्व के रूप में परिवार सहित मनाएंगे।
इस अवसर पर अपने परिवार सहित श्री राम जय जय राम जय राम का पाठ करेंगे तथा अपने पड़ोस में बाजारों में और गांव में मिठाई बांटेंगे।
भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता 1992 के कारसेवकों को भी सम्मानित करेंगे।