शिमला। एसजेवीएन के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक, नंद लाल शर्मा ने बताया कि एसजेवीएन सदैव ही समाज के सम्मुख आने वाले विभिन्न मुद्दों के प्रति सजग रहा है। वर्तमान संदर्भ में, समाज कोविड-19 महामारी के व्यापक प्रभाव से ग्रस्त है, तथा हमेशा की तरह एसजेवीएन इसके विरुद्ध लड़ाई में सबसे आगे है।
उन्होंने बताया कि, इस चुनौतीपूर्ण समय में स्वास्थ्य और स्वच्छता बहुत ही महत्वपूर्ण है तथा एक जिम्मेदार कारपोरेट निकाय के रूप में, एसजेवीएन नगर निगम शिमला के स्वच्छता कार्मिकों द्वारा किए गए अच्छे कार्य की सराहना करता है।
इन कोरोना योद्धाओं द्वारा किए गए कार्यों की सराहना करते हुए एसजेवीएन के सभी कर्मचारी, नगर निगम, शिमला के इन स्वच्छता कार्मिकों (कोरोना योद्धाओं) के लिए अपना एक दिन का वेतन स्वेच्छा से दान कर रहे हैं। यह कोरोना योद्धा संख्या में लगभग 1250 हैं और प्रत्येक योद्धा को 5,000 की राशि प्राप्त होगी, जिसका कुल योग 62,50,000 है ।
इन योद्धाओं में नगर निगम, शिमला के कर्मचारी तथा सैहब (एसईएचबी) सोसाइटी के माध्यम से नगर निगम, शिमला द्वारा लगाए गए स्वच्छता कार्मिक शामिल हैं।
नंद लाल शर्मा स्वच्छता कार्मिकों (नगर निगम, शिमला के कोरोना योद्धाओं) की भरपूर प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि स्वच्छता कार्मिक वह स्तंभ हैं, जिस पर शिमला शहर अभी खड़ा है। यह कार्मिक पहाड़ों की रानी को स्वच्छ एवं सुंदर बनाए रखने के लिए सदैव तत्पर रहते है ।
नंदलाल शर्मा ने बताया कि एसजेवीएन के कर्मचारी कोरोना की चुनौती से निपटने के लिए पहले ही पीएम के फंड में एक दिन के वेतन तथा सीएम रिलीफ फंड में एक दिन के वेतन का अंशदान दे चुके हैं।
उन्होंने यह भी बताया कि एसजेवीएन ने हिमाचल प्रदेश सरकार को 2 करोड़ रुपए की वित्तीय मदद उपलब्ध करवाई है, जिसका उपयोग हिमाचल प्रदेश सरकार के विभिन्न अस्पतालों में वेंटीलेटर,अन्य मेडिकल उपकरणों,निजी सुरक्षा उपकरणों, मॉस्कों, सैनिटाइजरों तथा ग्लब्स की खरीद के लिए किया जाएगा।
शर्मा ने आगे कहा कि एसजेवीएन उन विभिन्न मुद्दों, जिनका राष्ट्र तथा इसके निवासियों पर प्रभाव पड़ता है, से निपटने के लिए सरकार तथा समाज की सहायता के लिए सदा आगे रहे हैं।
उन्होंने यह भी कहा कि एसजेवीएन जरूरतमंदों को भोजन तथा अन्य जरूरी सामान के वितरण के लिए दिल खोलकर सहायता दे रहा है।
शर्मा ने कहा कि कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई में एसजेवीएन पीएम केयर्स फंड में 25 करोड़ रुपए की राशि का अंशदान दे चुका है।