शिमला,14 मई, 2020.। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने प्रदेश सरकार द्वारा सार्वजनिक वितरण प्रणाली के तहत एपीएल परिवारों को सब्सिडी के सस्ते राशन से बाहर करने के निर्णय पर हैरानी जताते हुए कहा है कि इस निर्णय से आम लोगों के जीवन पर विपरीत और व्यापक असर पड़ेगा।
उन्होंने कहा कि आज देश आर्थिक मंदी के साथ साथ कोरोना माहमारी से लड़ रहा है, ऐसे में बढ़ती महंगाई से आम लोगों को राहत दी जानी चाहिए न कि उन पर महंगाई थोपनी चाहिए।
वीरभद्र सिंह ने कहा है कि प्रदेश में आधे से ज्यादा लोग मिडल क्लास परिवार के ही हैं। लोग खेतीबाड़ी या बागवानी या फिर छोटा मोटा कारोबार करके अपना व अपने परिवार का बसर कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि प्रदेश में पूर्व कांग्रेस सरकार ने देश में बढ़ती महंगाई व प्रदेश के लोगों की आर्थिकी को देख कर ही डिपुओं के माध्यम से सस्ते अनाज देने की एक बड़ी व्यवस्था शुरू की थी। इसके लिए उनकी सरकार ने हमेशा ही उचित बजट का प्रावधान भी किया, पर आज यह व्यवस्था कहीं ना कहीं टूटती सी नज़र आई है।
वीरभद्र सिंह ने प्रदेश सरकार को अपने इस फैसले पर पुनः विचार करने की सलाह देते हुए कहा है कि इस समय जबकि देश गंभीर चुनौतियों से गुज़र रहा है, ऐसे में लोगों के साथ न तो कोई अन्याय होना चाहिए और न ही किसी प्रकार का भेदभाव।
उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार को जल्द ही ऐसी कोई योजना बनानी चाहिए जिससे बढ़ती महंगाई पर काबू हो सके, साथ ही बेरोजगारी की बढ़ती समस्या कम हो सकें।
उन्होंने प्रदेश सरकार को यह भी सलाह दी है कि उन्हें केंद्र से और विशेष आर्थिक मदद की मांग करनी चाहिए और धन का पूरा सदुपयोग किया जाना चाहिए।