शिमला। वैश्विक महामारी कोविड-19 के दृष्टिगत, एनसीसी कैडेटस राज्य में जागरूकता फैलाने तथा प्रशासन को जमीनी स्तर पर सहायता करने का महत्वपूर्ण कार्य कर रहे हैं, जिससे कैडेटस में अनुशासन, देश सेवा और कर्तव्य परायणता की भावना सुदृढ़ होती है।
यह विचार राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने राजभवन में एनसीसी के कैडेटस को सराहनीय सेवाओं के लिए सम्मानित करते हुए रखे।
इस अवसर पर उन्होंने कहा कि एनसीसी में लड़कियां और महिला अधिकारी बढ़चढ़ कर भाग ले रही हैं और कोरोना की इस लड़ाई में बेहतरीन सेवाएं और सहयोग दे रही हैं।
उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में महिलाओं को इस संबंध में जागरूकता के प्रसार में आगे आना चाहिए, जिससे ग्रामीण क्षेत्रों में भी स्वास्थ्य और स्वच्छता के प्रति लोगों में जागरूकता भी बढ़ेगी और इससे संपूर्ण विकास को नई दिशा मिल सकेगी।
उन्होंने कहा कि महिलाओं की सक्रिय भूमिका से औरों को भी सामाजिक दायित्व के कार्यों में भाग लेने की प्रेरणा मिलेगी।
उन्होंने एनसीसी के अधिकारियों से कहा कि एनसीसी विंग को विद्यार्थियों में और अधिक लोकप्रिय बनाने का प्रयास करें, ताकि अनुशासन और कर्तव्य बोध की भावना का ज्यादा से ज्यादा प्रचार हो सके, ताकि ज्यादा संख्या में युवा एनसीसी में शामिल हों। इससे सेवा की भावना भी बढ़ेगी और विकास में युवाओं की भागीदारी भी।
इस अवसर पर ब्रिगेडियर राजीव ठाकुर ने बताया कि कोविड-19 के विभिन्न प्रबन्धों में एनसीसी के 1200 कैडेटस पूरे प्रदेश में स्थानीय प्रशासन को अपनी सेवाएं दे रहे हैं।
उन्होंने बताया कि एनसीसी कैडेटस को उनके गृह क्षेत्र के आसपास ही तैनात किया गया है। उनका प्रत्येक सप्ताह मेडिकल चैकअप भी किया जाता है।