हमीरपुर। राज्य कांग्रेस उपाध्यक्ष एवं विधायक राजेंद्र राणा ने यहां जारी प्रेस बयान में कहा है कि अब मंहगाई और भाजपाई भाई-भाई हो गए हैं। पेट्रोल और डीजल की कीमतें आसमान छू रही हैं। लगातार पिछले 20 दिनों से बढ़ रही कीमतों में पेट्रोल 10 रुपए और डीजल 11 रुपए महंगा हुआ है, लेकिन हैरानी यह है कि विपक्ष में रहते हुए बात-बात पर हंगामा करने वाली बीजेपी की सरकार अब पेट्रोल-डीजल की मंहगाई के लिए दूसरे देशों को जिम्मेदार बताते हुए बेतुका तर्क दे रही है।
राणा ने कहा कि मोदी सरकार साफ कर चुकी है कि पेट्रोल-डीजल की कीमतें अब कम नहीं होंगी, क्योंकि यह उनके हाथ में नहीं है। आम आदमी का खून चूस रही मंहगाई पर सरकार की वकालत करते हुए रविशंकर साफ कर चुके हैं कि पेट्रोल-डीजल के दामों पर अब राहत देना संभव नहीं है।
रविशंकर ने कहा है कि पेट्रोल-डीजल की कीमत बढ़ना हमारे हाथ में नहीं है। अब यह तय है कि सरकार से पेट्रोल-डीजल के दाम पर जनता कोई उम्मीद न रखे, न ही पेट्रोल-डीजल के दाम पर जनता सरकार से कोई सवाल पूछे, सरकार तो टैक्स वसूलेगी जमकर वसूलेगी और यह टैक्स जनता को देना ही होगा क्योंकि जनता ने उन्हें चुना है।
पेट्रोल-डीजल पर नाकाम हुई सरकार फ्यूल टैक्स वसूलने में विश्व रिकॉर्ड बना चुकी है। वर्तमान में पेट्रोल-डीजल पर 69 फीसदी टैक्स वसूलने वाला भारत दुनिया में सबसे ज्यादा टैक्स वसूलने का रिकॉर्ड मोदी सरकार में बना चुका है।
देश की जनता पर सरकार देश सेवा के नाम पर एहसान कर रही है कि जनता ने उन्हें जनसेवा का मौका दिया है। आम आदमी की गर्दन तक चढ़ चुकी मंहगाई के लिए अब सरकार की वकालत करते हुए रविशंकर ने अरब, अमेरिका, अंगोला, अल्जीरिया, ईरान, कांगो, इक्वाडोर को पेट्रोल-डीजल की महंगाई का जिम्मेदार बताया है।
सरकार कह रही है कि वेनजुएला की राजनीतिक अस्थिरता पेट्रोल-डीजल की मंहगाई के लिए जिम्मेदार है। सरकार के बयान से देश की जनता कनफ्यूज है कि उन्होंने सरकार तो भारत की चुनी थी लेकिन डीजल-पेट्रोल की मंहगाई के लिए अब अंगोला और अल्जीरिया को जिम्मेदार कैसे मानें।