शिमला। हिमाचल प्रदेश पुलिस द्वारा प्रदेश को नशा मुक्त बनाने के लिए लगातार अभियान चलाया जा रहा है। इस अभियान के तहत प्रदेश पुलिस अन्य राज्यों की पुलिस से भी संपर्क स्थापित कर रही है।
पड़ोसी राज्यों की पुलिस के साथ सहयोग स्थापित करने पर ड्रग माफियाओं के खिलाफ अभियान में तेजी आ रही है।
राज्य गुप्तचर विभाग को सोशल मीडिया के माध्यम से पता चला था कि राजस्थान पुलिस ने अभियोग संख्या 292/2020 5 जुलाई को जेर धारा 8, 20, 29 एनडीपीएस एक्ट थाना हरमाड़ा जिला जयपुर (पश्चिम) राज्यस्थान में पंजीकृत किया है, जिस पर मादक पदार्थ नियंत्रक इकाई राज्य गुप्तचर विभाग ने मामले का अपने आप संज्ञान लेते हुए राजस्थान पुलिस से संपर्क साधा तो जानकारी प्राप्त हुई कि राजस्थान पुलिस ने उपरोक्त मुकदमा में जिला हमीरपुर के रहने वाले दो व्यक्तियों विशाल कुमार व विरेन्दर पाल को गिरफ्तार करके 1 किलो 145 ग्राम चरस बरामद की है।
प्रदेश पुलिस गुप्तचर विभाग ने अपने सूत्रों से पता करवाया कि उपरोक्त अभियुक्तों ने यह चरस कुल्लू के एक अमर नामक व्यक्ति से प्राप्त करके पैसों के लालच में जयपुर जाकर मुंबई के दो व्यक्तियों को सप्लाई करने का जिम्मा लिया था।
राजस्थान पुलिस ने इन दोनों खरीददारों को भी अगले दिन हिरासत में लिया।
इस कड़ी को निष्कर्ष तक पहुँचाने के लिए राज्य मादक पदार्थ नियंत्रक इकाई ने चरस सप्लायर अमर सिंह की पहचान करने और उसे पकड़ने का जिम्मा लेते हुए अपने सूत्रों को काम पर लगाया और पाया कि इस नाम का एक संदिग्ध व्यक्ति कुल्लू के कसोल एरिया में रहता है। जिस पर आरोपी की धरपकड़ के लिए एक विशेष टीम गठित की।
आरोपी के नम्बरों की जानकारी के आधार पर वक़्त और लोकेशन प्राप्त की गई।
तलाशी के दौरान पता चला कि अमर सिंह कुल्लू के कसोल के होटल कमल पेलेस व मणीकर्ण (पुलगा) के होटल में कार्य करता है तथा टूरिस्ट सीजन में नशीले प्रदार्थों का कारोबार व धंधा भी करता है।
गुप्त सूत्रों के जरिये विशेष टीम ने अमर सिंह कि गतिविधियों का पता करते हुए अंततः उसे 11 जुलाई को पकड़ लिया और इस बारे राजस्थान पुलिस को अपनी टीम तुरंत कुल्लू भेजने को कहा।
इस दौरान आरोपी से गहन पूछताछ करके उसके कार्यकलापों की जानकारी ली गई तथा राजस्थान पुलिस टीम के आने पर उसे आगामी कार्यवाही हेतु उनके सपुर्द किया गया।
इस प्रकार हिमाचल पुलिस ने सोशल मीडिया की सूचना का स्वयं संज्ञान लेते हुए न केवल अन्तर्राज्यीय सहयोग का बेहतर उदहारण देते हुए राजस्थान पुलिस को आरोपी को पकड़वाया अपितु अन्तर्राज्यीय गिरोह की पूरी कड़ी यानि सप्लायर, कुरियर व खरीददार को भी बेनकाब किया ।