शिमला। शहरी विकास, आवास, नगर नियोजन, संसदीय कार्य एवं सहकारिता मंत्री सुरेश भारद्वाज ने कहा कि शिमला शहर को सुंदरता प्रदान करने, जंगलों को हरा-भरा बनाए रखने व वातावरण को स्वच्छ रखने के लिए जंगलों के खाली स्थानों में पौधरोपण करना आवश्यक है।
वह आज समरहिल के टीचर कॉलोनी में विश्वविद्यालय के हिंदी, भूगोल एवं शारीरिक शिक्षा विभाग द्वारा आयोजित पौधरोपण कार्यक्रम में भाग लेने एवं पौधरोपण करने के उपरांत जानकारी देते हुए लोगों से आह्वान कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि पर्यावरण को स्वच्छ रखना हम सभी का परम कर्तव्य है और विश्वविद्यालय परिवार द्वारा 22 जुलाई स्थापना दिवस से माननीय राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय द्वारा आरम्भ किए गए पौधरोपण अभियान से अब तक विश्वविद्यालय परिसर तथा आसपास के क्षेत्रों में लगभग 400 पौधों का रोपण किया गया है जिससे विश्वविद्यालय परिसर की सुंदरता को भी बल मिल है ।
उन्होंने कहा कि पहाड़ों की रानी शिमला की खूबसूरत वादियों में देवदार, बान व ब्रास के फूलों से सजे रमणीक स्थल को देखने के लिए बाहरी राज्यों से भारी संख्या में पर्यटक आते है इसलिए शिमला की सुंदरता बनाए रखने व यहां वन संपदा को बढ़ाने के लिए पौधरोपण जरूरी है ।
उन्होंने कहा कि करोड़ो रूपये खर्च करके हर वर्ष लगभग एक करोड़ पौधे पूरे हिमाचल वन महोत्सव व पौध रोपण अभियान के तहत रोपित किए जाते है जिनकी जीवन्त रेशो बहुत कम है इसलिए वह विभाग एवं हम सभी को यह सुनिश्चित करना होगा कि हर वर्ष लगाए हाने वाले पोड़ों को सूखने से बचाया जाए, ताकि वन सम्पदा में बढ़ोतरी के साथ साथ हमारा प्रदेश भी हराभरा हो सके।
उन्होंने कहा कि नई शिक्षा नीति में पर्यावरण विषय की भी सम्मिलित किया गया है जो वन संपदा बढ़ाने में सहायक सिद्ध होगा ।
उन्होंने विश्विद्यालय की विभिन्न मांगों को चरण बद्ध तरीके से पूर्ण करने का आश्वासन भी दिया ।
इस अक्सर पर सुरेश भारद्वाज ने मेगोमिलिया पौधा रोपा, विश्वविद्यालय के उप कुलपति प्रोफेसर सिकन्दर कुमार सहित अन्य अधिकारियों ने मंगोमिलिया सहित मेडिसन प्लांट लाल व पीली कनेर, रोज़मेरी, दाडू, रीठा, गुलमोहर, वोटलब्रुश एवं चिनार सहित 50 से अधिक पौधे रोपित किए ।