मुख्यमंत्री ने सिराज विधानसभा के विभिन्न योजनाओं के लाभार्थियों से की बातचीत

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शिमला। मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने वीडियो काॅन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सिराज विधानसभा की विभिन्न योजनाओं के लाभार्थियों के साथ बातचीत करते हुए कहा कि राज्य सरकार ने गरीबों और दलित वर्गों के सामाजिक आर्थिक उत्थान के लिए अनेक योजनाएं आरंभ की हैं।

उन्होंने कहा कि राज्य सरकार का प्रयास है कि प्रदेश सरकार की नीतियों एवं कार्यक्रमों के लाभ समाज के आखिरी पायदान पर खड़े व्यक्ति को मिल सके।

जय राम ठाकुर ने कहा कि यह पहली बार है कि राज्य सरकार ने विभिन्न आवास योजनाओं के तहत प्रदेश में 10 हजार घरों के निर्माण का लक्ष्य रखा है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री राहत कोष संकट की घड़ी में राज्य के गरीब लोगों के लिए वरदान साबित हुआ है।

जय राम ठाकुर ने कहा कि गृहिणियों को रसोई के धुएं से राहत दिलाने के लिए राज्य सरकार ने हिमाचल गृहिणी सुविधा योजना भी आरम्भ की गई है।

उन्होंने कहा कि इस योजना के तहत, केंद्र सरकार की उज्जवला योजना से वंचित परिवारों को मुफ्त रसोई गैस कनेक्शन उपलब्ध करवाए गए हैं।

उन्होंने कहा कि अब तक 2.78 लाख पात्र परिवारों को मुफ्त गैस कनेक्शन प्रदान किए जा चुके हैं और हिमाचल प्रदेश देश का पहला धुआं मुक्त राज्य बन गया है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार के वर्तमान कार्यकाल के दौरान प्रदेश के ग्रामीण विकास विभाग द्वारा ग्रामीण क्षेत्रों के विकास के उद्देश्य से कई योजनाएं आरंभ की गई हैं।

मुख्यमंत्री एक बीघा योजना सफल साबित हुई है, क्योंकि इसका लाभ उठाने के लिए लगभग 5000 परिवारों द्वारा अपना पंजीकरण करवाया गया है।

जय राम ठाकुर ने कहा कि केंद्र सरकार किसानों के कल्याण के लिए हमेशा प्रतिबद्ध है। प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के तहत राज्य में लगभग नौ लाख 12 हजार 78 किसान लाभान्वित हुए हैं। राज्य में 977.77 करोड़ रुपये पात्र किसानों को आवंटित किए जा चुके हैं।

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के तहत 8.5 करोड़ किसानों के बैंक खातों में 17 हजार करोड़ रुपये की एक और किश्त जारी कर दी है, जो किसानों को संबल बनाने में सहायक सिद्ध होगी।

उन्होंने कहा कि प्रदेश में भी लाखों किसानों को इस योजना के तहत दो हजार रुपये की एक और किश्त प्रदान की जाएगी।

मुख्यमंत्री ने कहा कि मार्च से मई, 2020 तक राज्य में कोविड -19 महामारी और लाॅकडाउन के कारण पुष्प उत्पादकों को लगभग 15.77 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है।

उन्होंने कहा कि इसके मद्देनजर राज्य सरकार ने प्रभावित पुष्प उत्पादकों को चार करोड़ रुपये की वित्तीय सहायता/राहत प्रदान करने का निर्णय लिया है।

जय राम ठाकुर ने लोगों से बारिश के मौसम में कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों के चलते और अधिक सतर्क रहने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि अनावश्यक भीड़ एकत्रित न हो, इसलिए अभी तक मंदिरों को भी नहीं खोला गया है।

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