एनआईटी हमीरपुर भ्रष्टाचार मामले की लीपापोती हुई तो होगा आंदोलन: राणा

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हमीरपुर। प्रदेश कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष एवं विधायक राजेंद्र राणा ने यहां जारी प्रेस बयान में कहा है कि वह किसी धर्म, जाति, समुदाय विशेष के लोगों के खिलाफ नहीं हैं, लेकिन जिस तरह से तमाम कायदे-कानूनों को दरकिनार करते हुए एनआईटी हमीरपुर में कथित भर्ती भ्रष्टाचार को अंजाम दिया गया है, वह भ्रष्ट प्रयोग किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं है।

उन्होंने कहा कि उन्हें मिली सूचना के मुताबिक 22 जुलाई बुधवार को एमएचआरडी मंत्रालय की तरफ से सचिव स्तर के अधिकारी की लीडरशिप में इस कथित भर्ती भ्रष्टाचार घोटाले की जांच के लिए केंद्रीय टीम आ रही है, जिसका वह खुले मन से स्वागत करते हैं।

उन्होंने कथित भर्ती घोटाले की धांधलियों के कुछ साक्ष्य देते हुए कहा है कि एनआईटी हमीरपुर से जुड़े भरोसेमंद सूत्र बताते हैं कि सैकड़ों लोगों के इस कथित भर्ती भ्रष्टाचार में अधिकांश गे्रड टू तक के अधिकारियों को बिना मेडिकल सर्टिफिकेट के ज्वाईनिंग दी गई है, जो कि नियमों के विपरीत है।

अधिकांश लोगों के कैरेक्टर सर्टिफिकेट की वेरिफिकेशन तक नहीं हुई है। दूसरे संस्थानों से एनआईटी में नियुक्त हुए लोगों को बिना रिलीविंग सर्टिफिकेट के ज्वाईनिंग करवाई गई है। इतना ही नहीं संस्थान की अपनी कार्यालय की गई मेल बता रही है कि कुछ नियुक्तियों में रात को एक बजे नियुक्ति पत्र की मेल भेजी गई है, जबकि दूसरे दिन दस बजे लोगों ने एनआईटी हमीरपुर में ज्वाईनिंग दे दी है।

उन्होंने कहा कि ऐसे बहुत से सबूत और साक्ष्य पीएमओ, एमएचआरडी मंत्रालय व सीबीआई को भेजे गए हैं, जिनकी निष्पक्ष जांच होनी जरूरी है। राणा ने इस प्रकरण के लिए आने वाली जांच टीम का स्वागत करते हुए कहा है कि हमीरपुर व उनके विधानसभा क्षेत्र में जांच टीम का स्वागत है और उन्हें विश्वास है कि हिमाचली छवि का ध्यान रखते हुए वह इस मामले की निष्पक्ष जांच करेंगे।

साथ ही उन्होंने चेतावनी दी है कि अगर इस मामले में लीपापोती का कोई प्रयास किया जाता है तो फिर एनआईटी भ्रष्टाचार के खिलाफ जन आंदोलन छेड़ा जाएगा।

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