शिमला। अंतरराष्ट्रीय ग्रामीण महिला दिवस पर शिमला पुलिस ने महिला सशक्तिकरण के लिए एक अनोखी पहल की है। आज शिमला पुलिस ने एक व्यापक जन जागरूकता अभियान जागृति शुरू किया है जिसकी टैग लाइन नारी है, शक्ति है, रखी गयी है।
देश में शायद यह अपनी तरह का पहला ऐसा प्रोग्राम होगा जिसमें पुलिस महिलाओं को उनके अधिकारों और सरकारी योजनाओं की जानकारी उनके घर घर जा कर देगी।
अभियान की शुरुआत आज ठियोग से की गई। इस कार्यक्रम में राज्य महिला आयोग की चेयरपर्सन डेज़ी ठाकुर ने बतौर मुख्यातिथि शिरकत की।
इस अभियान के तहत महिलाओं को उनके अधिकारों से अवगत करवाया जाएगा। महिलाओं को जागृत किया जाएगा कि उनके कानूनी अधिकार क्या हैं।
बहुत से कानूनी अधिकार ऐसे हैं जिनकी जानकारी ज्यादातर महिलाओं को नहीं होती। इसके साथ ही पीड़ित महिलाओं के उत्थान व पुनर्विस्थापन के लिए सरकार के द्वारा भिन्न-भिन्न योजनाओं के अंतर्गत दी जाने वाली क्षतिपूर्ति के बारे में भी उनको अवगत करवाया जाएगा।
इस अभियान में महिलाओं को केंद्र व प्रदेश सरकार द्वारा महिलाओं के उत्थान और सशक्तिकरण के चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं से भी अवगत करवाया जाएगा।
शिमला के एसपी मोहित चावला ने कहा कि शिमला पुलिस ने आज अंतरराष्ट्रीय ग्रामीण महिला दिवस पर जागृति अभियान की शुरुआत की है।
उन्होंने कहा कि इस अभियान के तहत जिला के हर थाने में एक स्पेशल टीम गठित की जाएगी जो उस क्षेत्र की महिलाओं को घर-घर जा कर महिलाओं के अधिकारों के प्रति जागृत करेगी।
उन्होंने बताया कि शिमला पुलिस महिलाओं की सुरक्षा के साथ साथ महिलाओं को उनके अधिकारों के प्रति जागरूक करने के लिए तत्पर है।